योगी सरकार के पहले कार्यकाल में अल्पसंख्यक मंत्री रहे मोहसिन रजा को दूसरी बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी। अब उन्हें बड़ा तोहफा मिला है। उनको हज समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इसे लेकर राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। इससे पहले यह पद समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से सपा विधायक आजम खान के पास था। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अल्पसंख्यक कोटे से दानिश आजाद अंसारी को मंत्री बनाया गया है।
रजा ने गुरुवार को इस पद का कार्यभार संभाला, जो कि डिप्टी मंत्री स्तर का पद है। वह विधान परिषद के सदस्य भी हैं। यूपी सरकार की ओर से जारी एक बयान में मोहसिन रजा ने कहा कि समिति हज यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराएगी। कैबिनेट में शामिल न किए जाने पर मोहसिन रजा ने कहा था कि भाजपा रोटेशन पर काम करती है। एक व्यक्ति के बाद दूसरे को काम देती है। वे संगठन के लिए काम कर रहे हैं और करते रहेंगे। वे कुछ और काम करेंगे। दूसरा मुस्लिम चेहरा लाया गया है वह और ज्यादा काम करेंगे।
मोहसिन रजा ने यह भी कहा था कि भारतीय जनता पार्टी पर 24 करोड़ जनता ने विश्वास जताया। आदरणीय मोदी जी से लेकर बूथ तक हम सभी कार्यकर्ता देश की 125 करोड़ जनता के लिए समर्पित हैं। देश के लोगों को लिए हमारा समर्पण है। कोरोना काल में हमारे कार्यकर्ताओं ने घरों से निकलकर काम किया और लोगों तक योजनाएं पहुंचाई उसका परिणाम चुनाव में देखने को मिला। कोरोना काल में जीवन बचाने और आजीविका पटरी पर लाने का काम किया। इसलिए जनता ने पांच साल और सेवा का मौका दिया।
बता दें कि प्रचंड जीत के साथ सत्ता में वापसी के बाद 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस दौरान उनके साथ दो डिप्टी सीएम और 52 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी। राज्य मंत्री के तौर पर दानिश आजाद अंसारी एकमात्र मुस्लिम मंत्री हैं। उनको अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज विभाग की जिम्मेदारी मिली है। पिछली सरकार में मोहसिन रजा के पास यह विभाग था। मोहसिन रजा 2013 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह उत्तर प्रदेश के लिए क्रिकेट भी खेल चुके हैं।