रतन सिंह

वेलिंगटन का बेसिन रिज़र्व मैदान भारत के लिए एक बार फिर प्रेतबाधा बनने की दिशा मे बढ चल है। मैदान, हवा और घसियाली पिच पहले भी भारतीय मेहमानों का मुंह चिढाती रही थी। इस बार भी ऐसा ही होता लग रहा है।

कीवियों के प्लान में मेहमान फंस गये। तीसरे दिन जब स्टंप उखड़े गए तो पहली पारी में 183 रन की लीड खाये भारत ने चार विकेट 144 पर खो दिए। वह अब भी 39 रन पीछे है। इसके पहले न्यूज़ीलैंड की पहली पारी 348 तक जा पहुंची थी । रफ्तार के सौदागरबोल्ट ने तीन विकेट जो लिए वह उनकी सोच को दर्शाता है ।
पहले दिन से भारत जो पिछड़ा है, उसमे गैप बनता जा रहा है। कीवी प्लान बनाने और उसे लागू करने में भारत से कहीं आगे दिखे । बोल्ट ने जिस दिमाग से अपने विकेट झटके, वो अनुकरणीय है । शॉ को शार्ट गेंद डालकर कैच देने पर विवश ही नहीं किया, उनके दल में बने रहने पर भी सवाल खड़ा कर दिया। पुजारा की जमी निगाह को भटका दिया जब राउंड द विकेट आकर गेंद को एंगल से इतना अंदर लाये कि पुजारा सोच भी नही पाए। वह गेंद को बाहर मानकर छोड़ गए, लेकिन गेंद अंदर आकर उनका ऑफ स्टंप ले उड़ी। कोहली पर राउंड द स्टंप बाउंसर डाले और फिर ओवर द विकेट बाउंसर डाला। कोहली प्रत्याक्रमण का लोभ संवरण नहीं कर सके और बॉडी के करीब गेंद ने उनके बाजुओं को जाम कर दिया। नतीजा सामने था।हल्का एज लगा और मेजबान झूमने लगे।

इसके पहले मयंक का विकेट दुर्भाग्यपूर्ण हालात के अधीन रहा। साउदी की लेग स्टंप के बाहर की गेंद ग्लांस करने में कैच चला गया । भारत को इस मैच में बचाव या तो किसी चमत्कारिक खेल से मिलेगा अथवा बारिश आ जाये। देंखें पहले किसका दीदार होता है। फिलहाल तो शेरों की दुम दबी हुई है।

दबाव में ही भारत ने दूसरी पारी सावधानी से शुरु की। लेकिन 27 के स्कोर पर शॉ 14 रन बनाकर आउट हो गए। बोल्ट की बाहर जाती गेंद पर शॉ विकेट के पीछे कैच दे बैठे। यहां पुजारा और मयंक ने लंगर डालकर जहाज को स्थिर किया। पुजारा डिफेंस में इतने लीन हो गए कि रवानी खो गई।

मयंक ही रन बना रहे थे और 52 रन की भागीदारी से भारत ने राहत की सांस ली ही थी कि 81 गेंदों पर पुजारा की 11 रन की पारी बोल्ट ने खत्म कर दी। पुजारा ने बोल्ट की गेंद को छोड़ा जो बाहर न जाकर अंदर आयी और उनके स्टंप टेढ़ा कर गई। मयंक की अर्धशतकीय पारी साउथी ने खत्म कर दी। कोहली(19 ) ने नज़र जमाई थी कि बोल्ट ने उनका शिकार कर लिया। भारत संकट में था, लेकिन रहाणे और हनुमा विहारी ने 18 ओवर बिना नुकसान के बिता लिए ।

इसके पहले न्यूजीलैंड की टीम ने पांच विकेट पर 216 से आगे खेलना शुरू किया और पहली ही गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने वाटलिंग को आउट कर भारत को सफलता दिलाई। इसके बाद इशांत शर्मा ने साउदी को आउट कर तीसरे दिन भारत को दूसरी सफलता दिलाई। दो विकेट जल्दी गिरने के बाद जैमिसन और ग्रैंडहोम ने मिलकर किवी पारी को संभाला। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की और स्कोरबोर्ड को तेजी से चलाया। जैमिसन 44 रन बनाकर अश्विन का शिकार बने। ग्रैंडहोम ने भी 43 रन की पारी खेली और आखिरी में ट्रेंट बोल्ट ने 38 रन तेजी से बनाए। मेज़बानों ने आखरी तीन विकेट पर 123 रन जोड़े और यही मैच का अंतर साफ कर देता है। इशांत ने 5 और अश्विन ने 3 विकेट लिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here