नौसेना के एक पायलट के अपनी शादी के लिए छुट्टी मांगने के लिए पत्र लिखा, जिसे देखकर एकबारगी अधिकारी चकरा गया, लेकिन उसने उसे ट्रेनिंग दी थी, सो जवाब नहले पे दहला वाला भेज। सेना के दो अधिकारियों की पत्रबाज़ी वायरल भी हो गयी। इस पत्र का शीर्षक था, ”गोली खाने की आज्ञा दें”। इसके जवाब में अधिकारी ने लिखा, ”नरक में स्वागत है।”
गोवा में भारतीय नौसेना (navy ) के लेफ्टिनेंट कमांडर निशांत सिंह ने आईएनएस हंस (ins hans ) के आईएनएएस 300 के कमान अधिकारी को यह पत्र लिखा था।
निशांत ने पत्र में अपनी शादी की जानकारी देते हुए लिखा, ‘इतने कम समय में यह बम गिराने का खेद है, लेकिन आप भी इस बात पर राजी होंगे कि मैं खुद पर एक परमाणु बम गिराने जा रहा हूं। मुझे लगता है कि युद्ध के समय जैसी परिस्थिति को देखते हुए हम तत्काल निर्णय लेते हैं, उसी तरह मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए मैं इस पर दोबारा विचार नहीं कर सकता।’
शांति से बलिदान देने की मंजूरी चाहता हूं
मिग पायलट ने वरिष्ठ अधिकारी को शादी का निमंत्रण देते हुए कहा कि ऊपरोक्त विषय में मैं आधिकारिक तौर पर शांति से अपना बलिदान देने के लिए आपकी मंजूरी चाहता हूं। कर्तव्य की रेखा से बाहर और वैवाहिक जीवन के इस कब्रिस्तान में कई अन्य बहादुर पुरुषों का साथी बनना चाहता हूं। मैं वादा करता हूं कि ड्यूटी पर कभी दोबारा ऐसा कुछ नहीं करूंगा या अपने प्रशिक्षु पायलटों को ऐसे कुछ नहीं सिखाऊंगा।
कमान अधिकारी ने लाल स्याही में हस्तलिखित उत्तर में सिंह को याद दिलाया कि तुम्हारे एकल जीवन में मैं तुम्हारा प्रशिक्षक था। एसीपी (acp )के तौर पर तुम्हें मिग ( mig)उड़ाते हुए देखना मेरे लिए काफी गौरवपूर्ण क्षण था। मुझे हमेशा पता था कि तुम अलग हो, लेकिन सभी अच्छी चीजों का अंत आता है। नरक में तुम्हारा स्वागत है। नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह दोनों के बीच हुआ एक निजी संवाद था।