सीएए और एनआरसी के विरोध में बीते साल लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन के मामले में हजरतगंज पुलिस ने कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। इसकी सूचना पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा कार्यकर्ताओं के साथ हजरतगंज कोतवाली पहुंच गए। वरिष्ठ नेता की गिरफ्तारी के विरोध में कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने लाठी भांजकर लोगों को खदेड़ा।
सीएए और एनआरसी के विरोध में पिछले साल 19 दिसम्बर को लखनऊ के विभिन्न इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान हजरतगंज में परिवर्तन चौक के पास जुटे प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया था। उपद्रवियों ने वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी करते हुए जमकर पथराव किया था। इसमें कई पुलिस कर्मी, मीडिया कर्मी व राहगीर घायल हो गए थे। उक्त प्रकरण में हजरतगंज कोतवाली में अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे। पुलिस ने वीडियो फुटेज व तस्वीरों के आधार पर आरोपियों को चिन्हित करके उन्हें जेल भेजा था।
डीसीपी सेंट्रल दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक प्रकरण की जांच में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाहनवाज आलम का भी नाम प्रकाश में आया था। सर्विलांस की मदद से पता चला कि हिंसक प्रदर्शन वाले दिन उनकी लोकेशन घटनास्थल पर ही थी। डीसीपी ने बताया कि पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद सोमवार रात उन्हें गोल्फ लिंक अपार्टमेंट स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया ।
शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी की खबर पाकर कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता हजरतगंज कोतवाली में जुटने लगे। शुरुआत में पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी से इनकार कर दिया। लेकिन, इसी बीच गोल्फ लिंक अपार्टमेंट की सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस फुटेज में पुलिस टीम शाहनवाज को पकड़ कर ले जाते हुए दिखाई दे रही थी। इस पर कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने लाठी भांजकर उन्हें खदेड़ा।