विशेष संवाददाता
किसी समय दुनिया के छठे सबसे अमीर शख़्स रहे अनिल अंबानी ने ब्रिटेन की एक अदालत में कहा है कि उनकी ‘शुद्ध संपत्ति यानी नेट वर्थ शून्य है’ और वह ‘दिवालिया’ हैं।
दरअसल तीन चीनी बैंक 700 मिलियन डॉलर यानी 5 हज़ार करोड़ रुपए से भी अधिक रक़म की वसूली के लिए अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस को ब्रितानी हाई कोर्ट में ले गए है। इस रकम में कर्ज़ पर लगा ब्याज़ भी शामिल है।
इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ़ चाइना लिमिटेड (आईसीबीसी), चाइना डेवलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ़ चाइना ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को कर्ज़ दिया था जो उन्हें वापस नहीं मिला। यह कंपनी इन दिनों दिवालिया घोषित किए जाने की प्रक्रिया में है।
100 मिलियन डॉलर अदालत में जमा कराने का आदेश
बैंकों ने कोर्ट से अपील की कि वे अंबानी को लगभग 4,690 करोड़ की रकम कोर्ट में जमा करवाने का आदेश जारी करे मगर जज ने तय किया अंबानी को अदालत में 100 मिलियन डॉलर यानी क़रीब 715 करोड़ रुपये जमा करवाने होंगे।
शुक्रवार को हुई कार्यवाही के दौरान अंबानी के बेटे अनमोल कोर्ट में मौजूद थे। चीनी बैंकों का दावा है कि इस कर्ज़ के लिए अंबानी ने निजी तौर पर गारंटी दी थी मगर इस दावे को अंबानी ने ग़लत बताया है।