नई दिल्ली।राजधानी दिल्ली की जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्रों पर हमले के बाद साबरमती हॉस्टल के वॉर्डन आर मीणा ने इस्तीफा दे दिया है।
यूनिवर्सिटी कैंपस में बदमाशों के हमले से आर मीणा बेहद नाराज़ हैं। उन्होंने कहा है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में आजतक कभी ऐसा नहीं हुआ।
पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया
जेएनयू में हिंसा को लेकर यूनिवर्सिटी में छात्र, शिक्षक और स्टाफ बेहद नाराज हैं।ये लोग कल शाम से लगातार दिल्ली पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।इस मामले में आज सुबह दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
वीसी ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की
वहीं, हिंसा को लेकर शुरू हुए विवाद के बीच पहली बार यूनिवर्सिटी के वीसी एम. जगदीश कुमार ने चुप्पी तोड़ी है।वीसी जगदीश कुमार ने कहा, ”सभी छात्रों से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें।यूनिवर्सिटी सभी छात्रों को अकादमिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने की सुविधा प्रदान करने के लिए खड़ी है।हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनका शीतकालीन सत्र पंजीकरण बिना किसी बाधा के संपन्न हो।”
उन्होंने कहा, ”छात्रों को अपनी प्रक्रिया को लेकर डरने की जरूरत नहीं है।विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता हमारे छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करना है।”
बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगा प्रतिबन्ध
जेएनयू कैंपस के बाहर सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई है।यूनिवर्सिटी के अधिकारी केवल वैध पहचान पत्र वाले छात्रों को ही परिसर के अंदर जाने की अनुमति दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक छात्रावासों, प्रशासनिक खंड और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के बाहर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।सूत्रों ने बताया कि मीडिया सहित किसी भी बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है।