हरिद्वार में 11 साल की बच्ची से रेप करने के बाद उसकी हत्या करने का आरोपित राजीव यादव पिछले तीन दिनों से गोरखपुर में छिपा था। गोरखपुर से ही उसने घर पर फोन किया तो पुलिस को उसके लोकेशन की जानकारी हुई। हालांकि हरिद्वार की टीम जब गोरखपुर पहुंची तो एक घंटे पहले ही वह सुल्तानपुर के लिए बस से निकल चुका था। हरिद्वार पुलिस की दूसरी टीम ने सुल्तानपुर बस स्टेशन से रविवार को राजीव यादव को दबोच लिया। अब उसे हरिद्वार ले जाने की तैयारी है। इससे पहले उसका भांजा हरिद्वार में ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
20 दिसम्बर को हरिद्वार में 11 साल की एक बच्ची लापता हो गई थी। पुलिस जब छानबीन में जुटी तो मोहल्ले के एक मकान के बाथरूम में बच्ची की लाश मिली थी। पता चला कि रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया जबकि दूसरा आरोपित फरार हो गया था। फरार आरोपित यूपी के सुल्तानपुर का राजीव यादव था। राजीव यादव हरिद्वार में काम करता था और वहीं पर किराये का कमरा लेकर रहता था। बच्ची के साथ रेप और हत्या की घटना से पूरे हरिद्वार में उबाल था। जगह-जगह हंगामा और प्रदर्शन हो रहे थे। वहां की पुलिस ने आरोपित राजीव यादव के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। राजीव यादव को पकड़ने के लिए चार टीमें गठित की गई थी।
दो टीमें यूपी के सुल्तानपुर और लखनऊ में डेरा डाली थी। टीम को सीओ हरिद्वार अभय प्रताप सिंह लीड कर रहे थे। राजीव यादव से जुड़े लोगों के मोबाइल सर्विलांस पर लिए गए थे। शनिवार को गोरखपुर के तिवारीपुर स्थित ऊंचवा से राजीव यादव ने अपने घर फोन किया था। फोन के बाद टीम को उसके गोरखपुर में होने का पता चला। उसके बाद लखनऊ की टीम गोरखपुर के लिए निकल पड़ी। शनिवार की रात में करीब एक बजे टीम गोरखपुर पहुंची थी। उससे एक घंटे पहले ही सुल्तानपुर के लिए बस पकड़ ली थी। पुलिस की जांच में पता चला कि उसने ठेला लगाने वाले एक व्यक्ति के मोबाइल से अपने घर फोन किया था। यह भी पता चला कि वह यहां पिछले तीन दिन से एक परिवार में यहां रुका था। राजीव यादव के सुल्तानपुर जाने की सटीक जानकारी के बाद गोरखपुर की टीम ने उसका पीछा शुरू किया तो वहीं दूसरी टीम सुल्तानपुर में बस स्टेशन के पास मुस्तैद हो गए। रविवार को दिन में 11 बजे जैसे ही बस से उतरा, पहले से मौजूद टीम ने उसे दबोच लिया।
यह थी घटना
20 दिसम्बर की शाम को हरिद्वार जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के ऋषिकुल निवासी एक 11 वर्षीय बच्ची लापता हो गई थी। बच्ची के पिता एक बड़े कांट्रेक्टर होने के नाते पुलिस इसे अपहरण से जोड़कर देखना शुरू किया था। पर जब सीसीटीवी फुटेज में बच्ची कॉलोनी से बाहर जाती नहीं दिखी तो पुलिस ने पूरी कॉलोनी में सर्च ऑपरेशन चलाया। देर रात को बच्ची के घर के सामने स्थित एक घर की तीसरी मंजिल के बाथरूम से बच्ची का शव बरामद हुआ। बच्ची का मुंह टेप से बंद किया गया था। हाथ और पैर को बांधा गया था। रस्सी से गला दबाया गया था। पुलिस ने रात को ही मौके से एक युवक रामतीर्थ को हिरासत में लिया था। जबकि युवक का मामा राजीव यादव और मकान मालिक रात में ही फरार हो गए थे।