वॉशिंगटन। अमेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता को मानव का मूलभूत अधिकार बताते हुए बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमले की निंदा करते हुए उसके विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि दुनिया का हरेक शख्स चाहे वो किसी भी धर्म को मानता हो उसे सुरक्षित महसूस करना चाहिए और उसे अपने त्योहार को मनाने की पूरी आजादी होनी चाहिए।  विदेश विभाग ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हुए हमले की निंदा की है।

उधर, बांग्लादेश हिंदू समुदाय के नेता प्रणेश हलदर ने अपने एक बयान में विदेश विभाग से यह अनुरोध किया है कि बांग्लादेश में विपत्तियों से घिरे हुए हिंदुओं को अब और ज्यादा नुकसान न पहुंचे। उन्होंने अमेरिका स्थित निगरानी समूहों और मीडिया घरानों से बांग्लादेश में हिंसा की गंभीरता को उजागर करने का आग्रह किया। 

अमेरिका में बांग्लादेशी हिंदुओं ने अपने मूल देश में अल्पसंख्यक समूह के सदस्यों को निशाना बनाकर की जा रही हिंसा के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए कहा है कि धार्मिक मतभेद उनके लिए अस्तित्व का संकट पैदा करते हैं। हाल में संपन्न दुर्गा पूजा समारोह के दौरान मंदिर में तोड़फोड़ की घटनाओं के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय के विरोध के बीच रविवार देर रात सोशल मीडिया पर कथित ईशनिंदा वाले एक पोस्ट को लेकर बांग्लादेश में भीड़ ने 66 मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया और हिंदुओं के कम से कम 20 मकानों में आग लगा दी। 
कोमिला इलाके में दुर्गापूजा के एक पंडाल में कथित ईशनिंदा के बाद फैले सांप्रदायिक तनाव ने धीरे-धीरे बांग्लेदेश के कई शहरों को अपनी चपेट में ले लिया है। पिछले हफ्ते कोमिला इलाके में हुई घटना के कारण हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए और कोमिला, चांदपुर, चटग्राम, कॉक्स बाजार, बंदरबन, मौलवीबाजार, गाजीपुर, फेनी सहित कई जिलों में पुलिस और हमलावरों के बीच संघर्ष हुए।

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