अमेरिका ने रूसी कंपनियों को फर्जी दस्तावेजों की मदद से प्रतिबंधों से बचाने के आरोप में 6 पाकिस्तानी नागरिकों और उनकी 4 कंपनियों पर पाबंदी लगा दी है। अमेरिका ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश के बाद मॉस्को पर प्रतिबंध लगाए थे। अमेरिकी राजकोष विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया कि ‘सेकंड आई सॉल्यूशन’ (एसईएस) जिसे ‘फॉरवार्डेज’ के नाम से भी जाना जाता है, को 3 अन्य कंपनियों-फ्रेस एयर फार्म हाउस, लाइक वाइस और एमके के साथ प्रतिबंधित किया जाता है।
बयान में कहा गया कि इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिक मोहसिन रजा, मुजताब रजा, सैयद हसनैन, मुहम्मद हयात, सैयद रजा और शहजाद अहमद पर भी पाबंदी लगाई जाती है। अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट एल येलेन ने कहा, ‘‘वित्त विभाग उन रूसी नेताओं, अधिकारियों, खुफिया सेवाओं और उनके छद्मों को निशाना बनाएगा जिन्होंने अमेरिकी चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप की कोशिश की या अमेरिकी लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाया।’’
राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप
अमेरिका ने पिछले साल के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने और अमेरिकी संघीय एजेंसियों में सेंधमारी करने के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया है। यूएस ने गुरुवार को उसके 10 राजनयिकों को निष्कासित करने और 30 से अधिक लोगों व प्रमुख वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
इन प्रतिबंधों को सात साल पहले यूक्रेन से अलग होकर बने क्रीमिया पर रूस के सतत कब्जे और अफगानिस्तान में अमेरिका व गठबंधन बल के सैनिकों पर हमलों के लिए कथित रूप से इनाम घोषित करने के खिलाफ की गई कार्रवाई के तौर पर भी देखा जा रहा है।