लखनऊ। आज अखिलेश यादव को काफी तगड़ा झटका लगा जब डाक्टर राममनोहर लोहिया और राजनारायण सिंह का अनुसरण करने वाले धाकड़ समाजवादी नेता और वाराणसी से सपा एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
भगाने की जरूरत नहीं कि शतरुद्र प्रकाश डॉ राम मनोहर लोहिया से प्रभावित होकर समाजवादी युवजन सभा बीएचयू के सदस्य बने थे। इसके बाद से उन्होंने कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। एक बार उन्होंने राष्ट्रपति भवन में घुस कर भी प्रदर्शन किया था।
गौरतलब है कि मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश के सबसे ईमानदार सीएम करार दे वाले प्रखर समाजवादी शतरुद्र प्रकाश ने अपनी पार्टी लाइन के विपरीत जाते हुए हालिया उद्घाटित काशी विश्वनाथ धाम की मुक्त कंठ से सराहना की थी । सियासी हल्के में तभी से यह चर्चा गर्म थी कि शतरुद्र सपा से पिंड छुड़ा कर भगवा का दामन थाम सकते हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और लक्ष्मीकांत वाजपेई की मौजूदगी में शतरुद्र प्रकाश ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की
नवंबर में सपा के चार एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू, सीपी चंद, रमा निरंजन और नरेंद्र भाटी ने बीजेपी का दामन थाम लिया था माना जा रहा है कि बीजेपी इन सदस्यों को निकाय क्षेत्र एमएलसी चुनाव में उतार सकती है, क्योंकि ये सभी दिग्गज हैं और अपने-अपने इलाके के मजबूत नेता माने जाते हैं। एमएलसी रविशंकर सिंह उर्फू पप्पू जो पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पौत्र हैं, भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर पहले ही सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं और राज्यसभा सदस्य हैं। पूर्व मंत्री मार्कण्डेय चंद के पुत्र सीपी चंद 2016 में सपा के समर्थन से गोरखपुर से एमएलसी बने थे और अब उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है।
नोएडा के नरेंद्र भाटी भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. जो पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते रहे हैं। अवैध खनन मामले में नोएडा की एसडीएम दुर्गशक्ति नागपाल के द्वारा कड़ी कार्रवाई किए जाने के बाद नरेंद्र भाटी चर्चा में आए थे। बीजेपी ने भी इसे बड़ा मुद्दा बनाया था और अखिलेश सरकार को घेरा था। इसके अलावा झांसी-जालौन-ललितपुर सीट से एमएलसी रमा निरंजन भी सपा को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल हो चुकीं हैं।”