लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि संतों की साधना व्यर्थ नहीं जाती है और अब अयोध्या में जल्द ही भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा।

मुख्यमंत्री ने चित्रकूट में जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा, ”पूज्य संतों की साधना व्यर्थ नहीं जाती है। संतों की 500 वर्षों की साधना के बाद श्रीराम जन्मभूमि का फैसला आया है और अब अयोध्या में शीघ्र ही भव्य राम मंदिर बनेगा।” 

योगी ने विश्वविद्यालयों में तैत्तिरीय उपनिषद की शिक्षा को आत्मसात किये जाने पर बल देते हुए कहा कि अगर संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे छात्रों ने उपनिषदों को खुद में उतारा होता तो वे हिंसा न करते। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मौसम खराब होने के कारण केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाये, लेकिन उन्होंने अपनी ओर से शुभकामनाएं देने के लिए कहा है, इसलिए मैं गृहमंत्री की तरफ से भी आपको शुभकामनाएं देता हूं।’’ 

उन्होंने कहा कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय गुरुकुल की प्राचीन परम्परा को आगे बढ़ाते हुए देश और दुनिया के दिव्यांगजन को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसके साथ ही यह विश्वविद्यालय दिव्यांगजन की प्रतिभा का विकास कर उनको रोजगार के अवसर प्रदान कराने में सराहनीय कार्य कर रहा है। 

मुख्यमंत्री ने जगद्गुरु रामानन्दाचार्य, स्वामी रामभद्राचार्य को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के 43वें स्थापना दिवस पर ‘साहित्य भूषण’ सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर वर्ष 2017-18 तथा 2018-19 में सफल 923 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गयीं।

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