विशेष प्रतिनिधि
मां सरस्वती के पूजा के अवसर पर एबी फाउंडेशन और यूथ फॉर नेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गौ माता तथा गोवंश – समृद्धि का पर्याय विषयक वेबिनार में गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र देवलापार नागपुर के संयोजक श्री सुनील मानसिंहका ने अपने उद्बोधन में कहा कि आजकल समृद्धि का मतलब काफी बदल गया है फिर भी भारत सनातन धर्म की जननी तथा संपूर्ण संसार में अध्यात्म का ज्ञान दाता रहा है। हमें उसी परिप्रेक्ष्य में गौ सेवा तथा गोवंश जिसमें मूलतः देसी गाय शामिल होती हैं, उनके संरक्षण तथा पालन पोषण को प्रत्साहित करना अत्यंत आवश्यक है.।
उन्होंने देसी गाय के संबंध में अनेक महत्वपूर्ण जानकारी सभी के साथ साझा करते हुए बताया कि गोवंश के माध्यम से जैविक कृषि किसानों के लिए कितनी लाभप्रद बन सकती है। आपने बताया की गौसंवर्धन किसानों की आय का नया जरिया इसलिए बन गया है अब गोबर और गोमूत्र का देश मे जोर शोर से व्यावसायिक इस्तेमाल आरंभ हो चुका है। गोबर से बायो गैस और गोमूत्र से औषधि के साथ ही कीटनाशक का उत्पादन प्रचुर मात्रा मे होने लगा है। अब उम्रदराज गौमाता दूध न देने की स्थिति के बावजूद गोबर और मूत्र से अपने चारे का खर्च निकल सकती है और बोझ नहीं बनती।
श्री मानसिंहका पिछले 25 वर्षों से गोवंश पर कार्य कर रहे हैं तथा अपने कार्यों से देश और दुनिया में गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र से गोवंश की चमत्कारिक शक्तियों का आज के परिप्रेक्ष्य में उनके संरक्षण की आवश्यकताओं का वैज्ञानिक पद्धति से प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं।।
कार्यक्रम के प्रारंभ में वेबिनार के विषय की प्रस्तावना रखते हुए एवी फाउंडेशन के मार्गदर्शक वरिष्ठ पत्रकार श्री पदम पति शर्मा ने जहां अपने जीवन काल में गौ माता के साथ अपने जीवन में स्मरणीय अनुभूति को सभी के साथ साझा किया । उन्होने बताया कि गंगा और गाय के साथ मां या माता शब्द यूं ही नहीं जुडा हुआ है। गौमाता दूध, दही, छाछ मक्खन, घी और पनीर देने के साथ ही नस्लन बाद नस्लन अपने पालक की सेवा करती है। उन्होंने मां सरस्वती की वरद पुत्री कोकिला कंठी लता मंगेशकर के प्रति फाउंडेशन की ओर से भावुक श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर यूथ फॉर नेशन के मार्गदर्शक लेफ्टिनेंट जनरल विष्णु चतुर्वेदी ने भी अपने जीवन की गोवंश के साथ यादो को सभी के साथ साझा किया।
एबी फाउंडेशन के ट्रस्टी चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ श्री सीके मिश्रा ने अपनी संस्था की ओर से विभिन्न विषयों पर कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान आयोजित 70 वेबिनारों की विस्तृत जानकारी दी।
दिल्ली के इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की प्रोफेसर सुश्री डॉ सुरभि पांडे तथा कार्यक्रम के को मॉडरेटर आईटी कानपुर के श्री रवि पांडे की गैरमौजूदगी मे सीके मिश्राजी ने कार्यक्रम के संचालन के उत्तरदायित्व का भी सफलतापूर्वक निर्वहन किया।
इस वेबिनार में देश के अनेक गणमान्य तथा बड़े संस्थानों से जुड़ी शख्सियतों ने भी शिरकत की।
वेबिनार के अंत में अपने धन्यवाद ज्ञापन में कोलकाता के अधिवक्ता व समाज सेवी श्री आनंद कुमार सिंह ने सभी वक्ताओं , श्रोताओं तथा अपनी टीम के साथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम में जुड़े अन्य सभी का आह्वान किया कि वे अपने अपने इलाकों में इस वेबिनार में अर्जित जानकारियों को जन मानस तक पहुंचाएं। इसी के साथ इस उन्होंने वर्चुअल गोष्ठी को विराम दिया ।