बुलंदशहर। पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान और जवान बहुल जिला बुलंदशहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक सप्ताह में दो बार पहुंचे हैं। राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से एक सप्ताह में दो दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। इससे चुनावी समीकरण भी बदल गए हैं। विपक्षी दलों के उकसावे में नाराजगी जताने वाले लोगों को भी उन्होंने साधा है। नाराजगी जताने वाले लोग भी सम्मेलन में जय श्रीराम के नारे लगाते नजर आए।
मुख्यमंत्री के चुनावी कार्यक्रम में बुलंदशहर प्रमुख जिलों में शामिल है। 22 जनवरी को मुख्यमंत्री बुलंदशहर में पहुंचे थे। रविवार को वह शिकारपुर और खुर्जा विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे और प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे। राजनीतिक लोग मुख्यमंत्री के दौरे पर बारीकी से नजर रखे हैं। योगी ने इस दौरान जनपद में नाराज वोटरों को भी साधकर उनकी नाराजगी दूर की है। वह जिले में लगभग दो घंटे तक रहे। इस दौरान उनका फोकस युवा, गरीबों और महिलाओं पर रहा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में रोजगार के साथ राष्ट्रवाद की भी डोज दी। अलीगढ़ में बन रहे डिफेंस कारिडोर का जिक्र करते हुए कहा कि यहां बनने वाली तोपों पर बुलंदशहर के युवा सवार होकर देश की सुरक्षा करेंगे। जब तोपें गरजेंगी तो पाकिस्तानी सैनिक भाग खड़े होंगे।
बुलंदशहर से रहा है लगाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिले से खास लगाव है। लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा का, उन्होंने बुलंदशहर से ही अपनी चुनावी सभा की शुरुआत की। 2017 में प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनी थी । स्वयं योगी भी इसका जिक्र कई सभाओं में कर चुके हैं।