अफगानिस्तान में तालिबान अपना दबदबा बनाता जा रहा है. एक-एक कर तालिबान प्रांतों की राजधानियों और सरकारी संपत्ति पर कब्जा कर रहा है. बुधवार को तालिबानी लड़ाकों ने भारत के गिफ्ट किए MI-24 हेलिकॉप्टर पर कब्जा कर लिया. तालिबान ने कुंदुज एयरपोर्ट पर खड़े MI-24 चॉपर को कब्जे में ले लिया है. वहीं, तालिबान ने कंधार जेल पर भी हमला किया और यहां से अपने राजनीतिक कैदियों को छुड़ाकर ले गया.

भारत ने 2019 में अफगानिस्तान की एयरफोर्स को 4 MI-24 हेलिकॉप्टर गिफ्ट किए थे. हालांकि, तालिबान ने जिस हेलिकॉप्टर पर कब्जा किया है, वो उड़ने की हालत में नहीं है. अफगानिस्तान की एयरफोर्स ने इसका इंजन और बाकी कलपुर्जे पहले ही निकाल लिए थे. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कुंदुज में हेलिकॉप्टर पर कब्जा करने की पुष्टि की है. हालांकि, उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि ये भारत से मिला हेलिकॉप्टर है या नहीं.

वहीं, तालिबान ने कंधार जेल तोड़ अपने कैदियों को निकालने का एक वीडियो भी जारी किया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल हो रहे वीडियो में देखा गया कि कैसे आतंकवादी जेल तोड़कर वहां बंद कैदियों को रिहा कर रहे थे. इस वीडियो में बताया गया है कि ये वहीं जेल है जहां से तालिबान आतंकी संगठन अपने कैद किए गए साथियों को रिहा करवाना चाहता था. बता दें कि इसके पहले जुलाई में भी इस जेल पर तालिबानी आतंकियों ने हमला किया था, लेकिन तब इन्हें सफलता नहीं मिली थी.

इस बीच अमेरिकी एक्सपर्ट्स की एक रिपोर्ट सामने आई है. इसमें बताया गया है कि तालिबान 3 महीने के अंदर काबुल पर कब्जा कर सकता है. अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया कि तालिबान अमेरिका की उम्मीद से ज्यादा तेजी से अफगानिस्तान के शहरों पर कब्जा कर रहा है. 10 अगस्त को तालिबान ने उत्तर पूर्वी बदख्शन प्रोविंस की राजधानी फैजाबाद पर कब्जा किया था.

तालिबान 5 दिन के भीतर 9 प्रोविंस की राजधानी कब्जा चुका है. इनके नाम जरांज, फराह, सर-ए-पुल, शबरघान, अयबाक, कुंदूज, फैजाबाद, पुल-ए-खुमरी और तालोकान हैं. इन शहरों के नाम इनके प्रोविंस के नाम पर ही हैं. उत्तर में कुंदुज, सर-ए-पोल और तालोकान से लेकर दक्षिण में ईरान की सीमा से लगे निमरोज प्रोविंस की राजधानी जरांज तक तालिबान का कब्जा है. वहीं, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान सीमा से लगे नोवज्जान प्रोविंस की राजधानी शबरघान से भी तालिबान ने कब्जा जमा लिया है.

इस बीच संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि गुलाम मोहम्मद इशाकजई ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) से तालिबान को विनाशकारी समूह घोषित करने और उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के नवनियुक्त राजदूत ने अंतराष्ट्रीय समुदाय से सावधान रहने और पाकिस्तान में तालिबान के केंद्रों पर दबाव बनाने का आह्वान किया. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इससे पहले पाकिस्तानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ कमर जावेद बाजवा से अफगानिस्तान के साथ सीमा पर आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों को खत्म करने के लिए कहा था.

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