लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से मिशन रोजगार के तहत जहां एक तरफ अलग- अलग विभागों में भर्तियों के जरिये नौजवान को रोजगार के साधन उपलब्ध करवाये जा रहे हैं तो वहीं, दूसरी तरफ ऐसा पहली बार होगा जब सीएम योगी सेवानिवृत शिक्षकों को सम्मानित करेंगे। देश के राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों में 31 मार्च को सेवानिवृत होने वाले शिक्षकों को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ सम्‍मानित करेंगे। साथ ही सभी सेवानिवृ‍त शिक्षकों को एक ही समय पर जीपीएफ का भुगतान किया जाएगा और पेंशन दी जाएगी। कार्यक्रम का आयोजन अप्रैल में किया जाएगा। हालांकि, अभी कार्यक्रम आयोजन की तिथि निर्धारति नहीं की गई है। पहली बार ऐसा होगा जब इतनी बड़ी संख्‍या में सेवानिवृत शिक्षकों को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ एक साथ जीपीएफ व पेंशन प्रपत्र देंगे।

ये वो शिक्षक होंगे जिन्होने कम संसाधनों में शिक्षा के क्षेत्र में अपना उतकृष्ट योगदान देते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है। सरकार चाहती है कि ऐसे शिक्षकों को सम्मानित करने के जरिये प्रदेश के शिक्षकों का उत्साहवर्धन हो सके और वो सेवानिवृत हो रहे शिक्षकों से प्रेरण ले। आपको बता दें कि प्रदेश के राजकीय व सहायता प्राप्‍त इंटर कॉलेजों के 2500 से अधिक शिक्षक 31 मार्च को सेवानिवृत हो रहे हैं। मुख्‍यमंत्री के निर्देश पर शिक्षकों के सम्‍मान में एक भव्‍य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें शिक्षकों को जीपीएफ व पेंशन से जुड़े हुए प्रपत्र सौपे जाएंगे। सेवा निवृत्ति के दिन ही उन्हें मुख्‍यमंत्री की उपस्थिति में सभी कागजात सौंप दिए गए। इसके बाद उनको पेंशन व जीपीएफ के लिए शिक्षा विभाग के चक्‍कर नहीं काटना पड़ेगा।

आयोजन की अनुमति मांगी गई है

विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, मुख्‍यमंत्री के निर्देश पर 31 मार्च को सेवानिवृत होने वाले प्रदेश के सभी शिक्षकों को जीपीएफ व पेंशन से जुड़े कागजात दिए जाएंगे। जानकारों की मानें तो कार्यक्रम का आयोजन एक अप्रैल को लोकभवन में आयोजित किया जा सकता है। माध्‍यमिक शिक्षा विभाग की ओर से सीएम से कार्यक्रम आयोजन की अनुमति मांगी गई है।

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