सवांददाता
गाजीपुर। कोविड-19 टीकाकरण के दो चरणों में स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन कर्मचारियों का टीकाकरण करने के बाद तीसरे चरण के वैक्सीनेशन का कार्यक्रम जिले में चल रहा है। इसके तहत 60 वर्ष से ऊपर एवं गंभीर बीमारी से ग्रसित 45 से 59 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से संबद्ध निजी अस्पताल में जहां लाभार्थी को 250 रुपये में टीका लगाया जा रहा है। वहीं सरकारी अस्पतालों में निशुल्क टीकाकरण चल रहा है। ऐसे में अधिकांश लाभार्थी सरकारी अस्पतालों की तरफ ही रुख कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के खात्मे के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बीते 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू किया गया था। पहले दिन सीएमओ एवं एसीएमओ की टीम ने अपना टीकाकरण कराया। इसके बाद दूसरा चरण शुरू हुआ, जिसमें फ्रंटलाइन वर्करों को चिन्हित कर उनका वैक्सीनेशन हुआ। इसमें जिले के आला अधिकारी एवं अन्य विभाग के कर्मचारी भी शामिल थे। इसके बाद बीते एक मार्च से 60 वर्ष से ऊपर एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित 45 से 59 वर्ष के लाभार्थियों को चिन्हित कर उनका टीकाकरण शुरू हुआ। ऐसे में इन लाभार्थियों को टीकाकरण के लिए दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसके लिए टीकाकरण स्थल पर ही आईडी लेकर लाभार्थी को सूचीबद्ध करने के साथ कोविन एप पर पंजीकृत किया गया। इसके बाद उनका वैक्सीनेशन हुआ।
जिला एवं महिला अस्पताल में प्रतिदिन बुजुर्गों को लगेगा टीका
गाजीपुर। जिला एवं महिला अस्पताल में प्रतिदिन बुजुर्गों को कोविड-19 का टीका लगेगा। जबकि ब्लाक स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों एवं निजी अस्पताल में सप्ताह में तीन दिन टीका लगाया जाएगा। प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए सप्ताह के दिन में सोमवार, बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को शामिल किया गया है।
18 हजार 515 स्वास्थ्य कर्मी एवं फ्रंटलाइन वर्करों को लगा टीका
गाजीपुर। स्वास्थ्य कर्मी एवं फ्रंटलाइन वर्करों के वैक्सीनेशन को लेकर 23 हजार 766 का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसमें 18 हजार 515 लाभार्थियों ने ही टीकाकरण कराया। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 13 हजार 242 स्वस्थ्य कर्मियों की सूची बनाई गई थी, जिसमें 9974 एवं 10524 फ्रंटलाइन वर्करों में 8541 ने टीकाकरण कराया।
निजी अस्पतालों में टीका लगवाने पर 250 रुपये का भुगतान करना होगा। जबकि सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क ही लाभार्थियों को टीका लगाया जा रहा है। 60 वर्ष से ऊपर एवं बीमार 45 से 59 वर्ष के लाभार्थियों का टीकाकरण स्थल पर पंजीकरण कराया जा रहा है। – डा. उमेश कुमार, एसीएमओ नोडल कोविड-19