वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इराक में अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हुए हमले का बदला ले लिया है। बाइडन के आदेश पर गुरुवार को सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया समूह पर हवाई हमले किए गए। पेंटागन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस महीने की शुरुआत में इराक में यूएस आर्मी को निशाना बनाया गया था, जिसके जवाब में मिलिशिया के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई ह।
पेंटागन ने बताया कि हवाई हमला बॉर्डर कंट्रोल पॉइंट पर ईरान समर्थित समर्थित कातब हिजबुल्लाह और काताब सैय्यद अल-शुहादा को ध्यान में रखकर किया गया था. पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि ये हमले इराक में अमेरिका और गठबंधन सेनाओं पर किए गए हमले का जवाब है। उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो अमेरिका आगे भी इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देता रहेगा।
15 फरवरी को कुर्द क्षेत्र की राजधानी आर्बिल में एक सैन्य ठिकाने पर रॉकेट हमला किया गया था। जिसमें एक विदेशी कॉन्ट्रैक्टर और नागरिक के मौत हो गई थी। साथ ही अमेरिकी सैनिकों को भी चोटें आई थीं। पेंटागन ने कहा कि मिलिशिया पर किया गया हवाई हमला स्पष्ट संदेश है कि राष्ट्रपति बाइडन अमेरिकी और गठबंधन सैनिकों की रक्षा के लिए कुछ भी करेंगे।
पहली सैन्य कार्रवाई
सारिया में हुआ ये हवाई हमला बाइडन प्रशासन द्वारा की गई पहली सैन्य कार्रवाई है। पेंटागन प्रवक्ता ने आगे कहा कि अमेरिकी कार्रवाई एक आनुपातिक सैन्य प्रतिक्रिया थी, जिसे कूटनीतिक उपायों के साथ गठबंधन सहयोगियों के साथ परामर्श के बाद लिया गया था। जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उसे लेकर हमें पूरी जानकारी थी। हमें पता था कि हमने किसे निशाना बनाया है।