पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सोमवार को 5 रुपये में खाना देने वाली स्कीम लॉन्च करने वाली हैं। वह कोलकाता में इस स्कीम की शुरुआत करेंगी। माना जा रहा है कि कुछ महीनों में होने वाले चुनावों के मद्देनजर ममता सरकार ने आम लोगों को लुभाने के मकसद से यह फैसला लिया है। इस स्कीम को ममता सरकार ने ‘मां’ नाम दिया है। यह नाम तृणमूल कांग्रेस के नारे मां, माटी और मानुष से लिया गया है। शुरुआती दिनों में इस स्कीम को कोलकाता में ही लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसे शुरू किया जाएगा। कोलकाता में 16 कॉमन किचन इसके लिए तैयार किए हैं।

ममता सरकार की ओर मां स्कीम के तहत 5 रुपये में दाल, चावल, सब्जी और अंडे की थाली दी जाएगी। कोलकाता नगर निगम के एक सीनियर अधिकारी ने स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसके तहत खाना मिलने का एक निश्चित समय होगा। राज्य सरकार की ओर से इस स्कीम के लिए बजट  निर्धारित किया गया है और जल्दी ही पूरे राज्य में इसका विस्तार किया जाएगा। इससे पहले कोरोना संकट से निपटने के लिए लागू हुए लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए टीएमसी ने कम्युनिटी किचन की शुरुआत की थी। 

टीएमसी के अलावा वामपंथी दल सीपीएम ने भी ‘श्रमजीवी कैंटीन’ के नाम से गरीबों और मजदूरों के लिए शाकाहारी थाली वाली कैंटीन शुरू की थी। सीपीएम की ओर से कैंटीन के अलावा 50 हेल्थ क्लीनिक भी शुरू किए गए थे। सीपीएम से लेकर टीएमसी तक के कैंटीन सेवाएं शुरू करने के बाद सरकार की यह स्कीम अहम है।

ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज्य में कैंटीन पॉलिटिक्स चल सकती है। कोरोना काल में भी टीएमसी की ओर से छात्रों को मिडडे मील की जगह पर राशन की सुविधा दी गई थी। राज्य में मार्च में चुनाव होने वाले हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में झटका झेल चुकी टीएमसी के लिए ये चुनाव अहम हैं। बीजेपी ने राज्य की 294 सीटों में से 200 पर जीत का लक्ष्य रखा है।

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सोमवार को 5 रुपये में खाना देने वाली स्कीम लॉन्च करने वाली हैं। वह कोलकाता में इस स्कीम की शुरुआत करेंगी। माना जा रहा है कि कुछ महीनों में होने वाले चुनावों के मद्देनजर ममता सरकार ने आम लोगों को लुभाने के मकसद से यह फैसला लिया है। इस स्कीम को ममता सरकार ने ‘मां’ नाम दिया है। यह नाम तृणमूल कांग्रेस के नारे मां, माटी और मानुष से लिया गया है। शुरुआती दिनों में इस स्कीम को कोलकाता में ही लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसे शुरू किया जाएगा। कोलकाता में 16 कॉमन किचन इसके लिए तैयार किए हैं।

ममता सरकार की ओर मां स्कीम के तहत 5 रुपये में दाल, चावल, सब्जी और अंडे की थाली दी जाएगी। कोलकाता नगर निगम के एक सीनियर अधिकारी ने स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसके तहत खाना मिलने का एक निश्चित समय होगा। राज्य सरकार की ओर से इस स्कीम के लिए बजट  निर्धारित किया गया है और जल्दी ही पूरे राज्य में इसका विस्तार किया जाएगा। इससे पहले कोरोना संकट से निपटने के लिए लागू हुए लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए टीएमसी ने कम्युनिटी किचन की शुरुआत की थी। 

टीएमसी के अलावा वामपंथी दल सीपीएम ने भी ‘श्रमजीवी कैंटीन’ के नाम से गरीबों और मजदूरों के लिए शाकाहारी थाली वाली कैंटीन शुरू की थी। सीपीएम की ओर से कैंटीन के अलावा 50 हेल्थ क्लीनिक भी शुरू किए गए थे। सीपीएम से लेकर टीएमसी तक के कैंटीन सेवाएं शुरू करने के बाद सरकार की यह स्कीम अहम है।

ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज्य में कैंटीन पॉलिटिक्स चल सकती है। कोरोना काल में भी टीएमसी की ओर से छात्रों को मिडडे मील की जगह पर राशन की सुविधा दी गई थी। राज्य में मार्च में चुनाव होने वाले हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में झटका झेल चुकी टीएमसी के लिए ये चुनाव अहम हैं। बीजेपी ने राज्य की 294 सीटों में से 200 पर जीत का लक्ष्य रखा है।

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