नई दिल्ली (एजेंसी )। पाकिस्तान और चीन के दोनों ही मोर्चों पर तनाव झेल रहे भारत को आशंका है कि दोनों देश मिलीभगत कर के भारत के लिए खतरा बन सकते हैं। सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान और चीन मिलकर एक ताकतवर खतरा बन सकते हैं और इन दोनों की मिलीभगत की आशंका को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से सेना को फिलहाल पूर्वी लद्दाख में सतर्क रहने के निर्देश मिले हैं, जहां चीन के साथ भारत का तनाव चल रहा है। सेना प्रमुख ने कहा हम किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं, हमारी अभियान संबंधी तैयारियां बहुत उच्च स्तर की हैं।

आर्मी चीफ ने सीमापार आतंकवाद को लेकर भी पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, भारतीय सेना आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। हमने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया है। उन्होंने बताया कि एक व्यापक रोडमैप तैयार किया गया है जिसके जरिए भविष्य में चुनौतियों का सामना करने के लिए सेना को प्रौद्योगिकी तौर पर सक्षम बनाया जाएगा।

Pakistan and China together form a potent threat and the threat of collusivity cannot be wished away: Army Chief MM Naravane https://t.co/VrxrifD6oH

— ANI (@ANI) January 12, 2021
सेना प्रमुख ने बताया कि लद्दाख ही नहीं समूची उत्तरी सीमा पर भारतीय सेना सतर्क है। सरकार से सेना को पूर्वी लद्दाख में मोर्चे पर तैनात रहने के निर्देश मिले हैं। विभिन्न स्तरों पर चल रही बातचीत से समाधान निकलने की उम्मीद है। वहीं, चीन से नौवें दौर की बातचीत का इंतजार है। 

उन्होंने बताया कि सभी उत्तरी सीमाओं पर भारतीय सेना सतर्क है। एलएसी के मध्य और पूर्वी क्षेत्रों में चीन ने बुनियादी ढांचे का विकास किया है। हम इसपर लगातार नजर रखे हुए हैं और इसे अपनी रणनीति बनाने में भी इस्तेमाल कर रहे हैं। वास्तव में उत्तरी सीमाओं को लेकर रणनीति बदलने की जरूरत थी और अब हम अपने राष्ट्रीय लक्ष्यों और उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हर तरह से तैयार हैं।

उन्होंने बताया, ‘सेना में जुलाई में शुरू होने वाले कोर्स से महिला पायलटों की भर्ती होगी और अगले एक साल के भीतर फ्लाइंग मोर्चे पर महिला पायलट दिखेंगी।’

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