अंकुर सिंह

नई दिल्ली। देश के गृहमंत्री अमित शाह का आज जन्मदिन हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह को उनके जन्मदिन पर बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट करके अमित शाह को बधाई दी है। अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को हुआ था और आज वह 55 वर्ष के हो गए हैं। शाह का जन्म मुंबई के संपन्न परिवार में हुआ था। शाह महज 16 वर्ष की उम्र में आरएसएस से जुड़ गए थे और बतौर एबीवीपी कार्यकर्ता उन्होंने विद्यार्थी जीवन मे ही धाक जमा दी थी। अपनी कुशलता और सक्रियता के दम पर वह महज दो वर्ष के भीतर एबीवीपी गुजरात इकाई के संयुक्त सचिव बन गए थे। पीएम मोदी से शाह की मुलाकात 1986 में हुई थी और उसके बाद से दोनों अच्छे दोस्त बन गए।

पीएम मोदी ने दी बधाई

पीएम मोदी ने ट्वीट करके अमित शाह को बधाई देते हुए लिखा, कर्मठ, अनुभवी, कुशल संगठनकर्ता एवं मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी अमित शाह जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। सरकार में बहुमूल्य भूमिका निभाने के साथ ही वे भारत को सशक्त और सुरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ईश्वर उन्हें दीर्घायु करे और सदा स्वस्थ रखे। बता दें कि अमित शाह ने अपनी क्षमता और संगठन कौशल के दम पर लगातार सफलता की उचाइयों को छुआ है।

खुद की काबिलियित की वजह से बनाया ये मुकाम

शाह ने अपनी राजनीतिक पारी 1997 में शुरू की जब वह पहली बार गुजरात की सरखेज विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे। शाह की काबिलियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने लगातार हर चुनाव में अपनी जीत का अंतर बढ़ाया है। 1998 में भाजपा ने गुजरात इकाई का शाह को प्रदेश सचिव बना दिया और 1999 में में वह गुजरात भाजपा के उपाध्यक्ष बन गए। वर्ष 2002 में अमित शाह पहली बार गुजरात सरकार में मंत्री बने और कई अहम मंत्रालयों का जिम्मा संभाला। लेकिन इस दौरान उन्हें शोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर की आंच से भी गुजरना पड़ा। हालांकि 2015 में सीबीआई की विशेष अदालत ने शाह को बरी कर दिया था।

ऐतिहासिक फैसला लिया

2014 में लोकसभा चुनाव क दौरान अमित शाह को यूपी की कमान सौंपी गई थी, जिसका जबरदस्त असर नतीजों में देखने को मिला और भाजपा ने यूपी में 80 में से 71 सीटों पर बंपर जीत दर्ज की। ठीक इस नतीजे के बाद शाह को पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कमान सौंप दी। अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के सबसे युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। दो वर्ष बाद वह एक बार फिर से अध्यक्ष चुने गए। 2019 में भाजपा की दोबारा जीत के बाद अमित शाह को देश का गृहमंत्री बनाया गया, जिसके बाद उन्होंने जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेश में बांटने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। शाह अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं, जिस तरह से वह सीधी सपाट भाषा में जवाब देते हैं, उसकी वजह से कई बार विपक्ष के निशाने पर आ जाते हैं।

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