महिला, किसान व युवा यानी ‘एमकेवाई’…योगी सरकार अब सबसे ज्यादा इसी पर फोकस करने जा रही है। एक ओर विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी, कांग्रेस व बसपा की सक्रियता बढ़ रही है। वहीं हैदराबाद व दिल्ली की पार्टियां भी यूपी में स्थानीय गठजोड़ के साथ दस्तक देने की तैयारी में हैं। ऐसे में यूपी की भाजपा सरकार अब रोजगार, खेती व महिला सुरक्षा पर अब तक किए गए कामों को जनता के बीच रखने की तैयारी में है।
हाल ही भाजपा संगठन व सरकार के बीच हुई अहम बैठक में इस मुद्दे पर आक्रामक रणनीति बनाई गई है। भाजपा के लिए किसान आंदोलन से निपटने की चुनौती है तो पंचायत चुनाव भी नजदीक ही खड़े हैं। साथ ही दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी के चुनावी जंग में कूदने के ऐलान भी हो चुका है। ऐसे भाजपा रणनीतिकारों ने विकास के हथियार से जवाब देने की योजना बनाई है।
किसान संवाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद किसानों से संवाद करने का प्रमुख जिलों में अभियान चला रहे हैं। किसानों से सीधा संवाद करते हुए कृषि कानूनों के बारे में फैले भ्रम को दूर करने की मुहिम मेरठ, बरेली, प्रयागराज व अयोध्या में चला चुके हैं। अब वह देवीपाटन मंडल व बुंदेलखंड भी जाने की तैयारी में हैं। किसानों के कर्ज माफी से लेकर किसानों के लिए अब तक किए कामों का ब्योरा भी वह पेश कर रहे हैं।
रोजगार पर फोकस
योगी सरकार रोजगार दिलाने का अब तक सबसे बड़ा अभियान छेड़ चुकी है। सरकारी नौकरियों के खाली पदों को भरकर युवाओं को नौकरी का नियुक्ति पत्र देने का काम मार्च तक करने की तैयारी है। निजी सेक्टर में भी उद्योग, कारोबार के जरिए भी रोजगार के बने लाखों अवसर की चर्चा भी गांव-चौपाल में की जाएगी। स्वलंबन व आत्मनिर्भरता के लिए स्वरोजगार के तहत अब तक लाखों लोगों को विभिन्न योजनाओं में कर्ज दिलाया गया है। उसका ब्योरा भी तैयार कराया जा रहा है ताकि इसे भी जनता के सामने रखा जा सके।
साथ ही विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब दिया जा सके। आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपनी सरकार के काम अच्छे स्कूल, अस्पताल, मुफ्त बिजली व मोहल्ला क्लीनिक आदि के मुद्दे पर यूपी सरकार को घेरने की तैयारी में है तो यूपी सरकार भी इन दावों के मुकाबले यूपी जैसे विशाल राज्य के विकास के ढेरों काम पेश करेगी।