नई दिल्ली (एजेंसी)। हाल ही में वायुसेना में शामिल राफेल विमान आठ अक्तूबर को वायु सेना दिवस की परेड में हिस्सा लेगा। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

वर्ष 1932 में भारतीय वायु सेना की स्थापना के उपलक्ष्य में वायु सेना दिवस मनाया जाता है। इस साल वायुसेना 88वीं वर्षगांठ मनाएगी। गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर वार्षिक परेड में विभिन्न विमानों को प्रदर्शित किया जाएगा।

वायु सेना के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘आठ अक्तूबर को वायु सेना दिवस की परेड में दूसरे विमानों के साथ ही राफेल विमान भी हिस्सा लेगा।’’ वायु सेना ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राफेल 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। दोहरे इंजन ओम्नीरोल के साथ हवाई टोही, सटीकता से वार, जहाज रोधी और परमाणु संपन्न, हथियारों से लैस है।’’

वायु सेना में औपचारिक रूप से 10 सितंबर को पांच राफेल लड़ाकू विमान शामिल किए गए थे। इससे देश की वायु क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। बहु-उद्देश्यीय भूमिका में कामयाब राफेल विमानों को सटीकता से हमला करने और वायु क्षेत्र में दबदबा कायम करने के लिए जाना जाता है। पांच राफेल विमान की पहली खेप 29 जुलाई को फ्रांस से भारत आ गयी थी। नवंबर तक चार से पांच और राफेल लड़ाकू विमानों के आने की संभावना है।

राफेल की ताकत और इसकी 10 बड़ी खासियत:

दरअसल, राफेल 4.5वीं पीढ़ी का विमान है, जिसमें राडार से बच निकलने की युक्ति है। इससे भारतीय वायुसेना (आईएएफ) में आमूलचूल बदलाव होगा, क्योंकि वायुसेना के पास अब तक के विमान मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई या तो तीसरी पीढ़ी या चौथी पीढ़ी के विमान हैं।  
राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा है और इसकी मारक क्षमता 3700 किमी. तक है। 
राफेल में बहुत ऊंचाई वाले एयरबेस से भी उड़ान भरने की क्षमता है। लेह जैसी जगहों और काफी ठंडे मौसम में भी लड़ाकू विमान तेजी से काम कर सकता है।
राफल 24,500 किलो उठाकर ले जाने में सक्षम है और 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी भी है। 
राफेल विमान दो इंजनों वाला बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है।
यह लड़ाकू विमान परमाणु आयुध का इस्तेमाल करने में सक्षम है।
यह हवा से  हवा में और हवा से जमीन पर हमले कर सकता है।
150 किमी की बियोंड विज़ुअल रेंज मिसाइल
राफेल हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल है
स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किमी, हथियारों के स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी है।
राफेल अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने वाला लड़ाकू विमा है। इस जेट के साथ मेटेअर मिसाइल भी है।
1 मिनट में 60,000 फ़ुट की ऊंचाई और 4.5 जेनरेशन के ट्विन इंजन से लैस
पाकिस्तान का एफ-16 राफेल के सामने कुछ भी नहीं है। राफेल के सामने पाकिस्तान को अपने दो-तीन एफ-16 लड़ाकू विमान लगाने पड़ेंगे।