राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति ,सहित प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और पार्टी अध्यक्ष से की मुलाक़ात
अनिता चौधरी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गत दो दिनों से दिल्ली में हैं। अन्य कार्यक्रमों, मेल-मुलाकातों के साथ जो सबसे अहम मुद्दा मुख्यमंत्री के इस दौरे में छाया रहा वह यह कि मंत्रियों के विभागों के बटवारे में अनावश्यक विवाद पैदा न हो। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले की तरह निर्णय स्वच्छंद रूप से नहीं ले पा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विभागों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात चीत की तो पीएम मोदी ने कहा ‘सब ठीक है न-सिंधिया से बात कर के फैसले ले शिवराज जी’।
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री जब गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मिले थे तो इन दोनों नेताओं ने भी यह कहा कि संगठन में समन्वय के साथ विभागों का बटवारा हो, परन्तु सिंधिया के सुझाव को भी प्राथमिता पर रखा जाये।
सूत्रों के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया की सत्ता में हिस्सेदारी आज की तारीख में 60/40 के अनुपात पर है मतलब शिवराज के मंत्री 60 प्रतिशत और सिंधिया के समर्थक मंत्रियों की संख्या 40 प्रतिशत के आस-पास है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सोमवार शाम तक भोपाल पहुँच जाएंगे और सूत्र बताते हैं यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्दी ही विभागों की घोषणा भी हो जायेगी।