कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉकडाउन को आज एक महीना पूरा हो गया। 24 मार्च को ही पीएम मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के

अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि तेजी से फैलती इस बीमारी को किस तरह काबू किया गया।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कल से आज तक 491 लोग ठीक हुए हैं। कुल आंकड़ा 4748 है। अब हमारी रिकवरी रेट (recovery rate ) 20.57% है, पिछले 28 दिनों से जिन जिलों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है उनमें 15 जिले और बढ गये हैं इस प्रकार कुल संख्या 80 हो गई है।

वैसे पिछले 24 घंटे में संक्रमितों की संख्या 1752 रही है जो फिर बढ़ ही रही है। सरकार ने बताया कि संक्रमित अब नौ दिन में दोगुने हो रहे हैं। प्रतिशत में यह थोड़ा बढ़कर 20.57 है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 1752 पॉजिटिव (positive ) मामले सामने आए हैं जिसके बाद देशभर में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 23,452 हो गई है। उनका कहना है कि देश में 80 जिले ऐसे हैं जिन्होंने पिछले 14 दिनों में कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है। गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि जो क्षेत्र कंटेंनमेंट या हॉट स्पॉट (hot spot ) नहीं है, वहां 20अप्रैल से कुछ गतिविधियों की अनुमति दी गई है। लेकिन गलत व्याख्या की वजह से आशंका थी कि फैक्ट्री में कोविड केस मिलने पर फैक्ट्री के सीईओ (ceo )को सजा हो सकती है या फैक्ट्री 3 महीने के लिए सील ( seal) हो सकती है। इसलिए कल गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि 15 अप्रैल को जारी दिशानिर्देशों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि गृह मंत्रालय ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत 6 इंटर-मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीमों का गठन किया था। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ.सुजीत सिंह का कहना था कि हमारा डबलिंग टाइम नौ दिन तक पहुंच गया है, ये दिखाता है कि जो महामारी तेज गति से फैल रही थी उस पर हम किस हद तक अपने प्रयासों से रोक लगा पाए हैं। सरकार के मंत्रालयों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देश के 80 जिलों में 14 दिन से कोरोना संक्रमण का कोई भी नया केस (case ) नहीं आया है। इसके साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 20.57% हो गई है। लॉकडाउन के पहले हफ्ते में 1251 मामले आए, इसका डबलिंग रेट 5.2 दिन था। यानी 5.2 दिन में मामले दोगुना हो रहे थे। मौजूदा समय में यह दर 9.2 दिन हो गई है। अगर लॉकडाउन लागू नहीं होता तो हम आज 73 हजार मामलों तक पहुंच जाते।

हम दवा और वैक्सीन तैयार करने की भी कोशिश कर रहे हैं। कंटेनमेंट प्लान भी जारी है। अगर ऐसे कदम नहीं उठाए जाएं तो संक्रमण का स्तर बढ़ता ही जाएगा। ऐसे में यह हमारे लिए और भी मुश्किल की बात होगी। अभी तक किसी भी शहर में आईसीयू (icu ) नहीं भरा है, अस्पतालों के बाहर लाइनें नहीं लगी हैं। ऐसा भी नहीं है कि सर्दी, खांसी की दवाओं की मांग बढ़ गई हो। ऐसे में हम कह सकते हैं कि हमारी स्थिति बेहतर है।
शुक्रवार को आंध्रप्रदेश में 62, पश्चिम बंगाल में 58, राजस्थान में 44, कर्नाटक में 18, बिहार में 12 और ओडिशा में एक मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये आंकड़े covid19 india org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में संक्रमितों की कुल संख्या 23 हजार 77 है। इनमें से 17 हजार 610 का इलाज चल रहा है, 4749 ठीक हुए हैं और 718 की मौत हुई है।

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