वाराणसी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बढ़ते मामलों को देखते हुए बड़े स्तर पर सेनेटाइजेशन का काम शुरू किया गया है। ज्यादा से ज्यादा इलाकों को कम समय में सेनेटाइज करने के लिए चेन्नई से अत्याधुनिक गरुड़ एयरस्पेस का ड्रोन (DRONE ) काशी आया और सवेरे से काम शुरू कर दिया।
यह ड्रोन कम समय में ज्यादा से ज्यादा इलाकों को कवर ( COVER)कर सकता है। एक बार में यह दस लीटर केमिकल लेकर उड़ सकता है। ड्रोन सौ मीटर की ऊंचाई तक उड़ा और केमिकल का छिड़काव करते शहर के एक हिस्से को किया। इससे न सिर्फ सड़कों को सेनेटाइनज करने में मदद मिली बल्कि गलियों, दीवारों और मकानों की छतों को भी सेनेटाइज किया जाना है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी रामशकल यादव के अनुसार गरुड़ ड्रोन एक बार में दस किलो केमिकल लेकर बीस किलोमीटर एरिया को सेनेटाइज कर सकता है। अभी तक हम लोग सड़कों और दीवारों पर केवल सात मीटर तक ही केमिकल का छिड़काव कर रहे हैं।
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि वाराणसी में जल्द से जल्द ज्यादा इलाकों को सेनेटाइज करने के लिए गरुड़ एयर स्पेज से नगर निगम ने करार किया है। इसके बाद विशेष इजाजत लेकर ड्रोन को यहां मंगाया गया है। इस ड्रोन की मदद से हॉटस्पॉट (HOT SPOT )के साथ ही ऐसे दूरदराज के इलाकों को सेनेटाइज किया जा सकता है जहां मैनपावर से कराने में दिक्कत आ रही थी।
हम चाहते थे कि संवेदनशील इलाकों में कम से कम सफाईकर्मियों या सफाई मित्रों की मदद से सेनेटाइजेशन का काम कराया जाए। उसी के मद्देनजर मशीनों से सेनेटाइजेशन का काम शुरू किया गया है। फिलहाल दस दिनों का प्लान बनाया गया है। अगले दस दिनों में दो बार पूरे शहर को सेनेटाइज किया जाएगा।