कहावत पुरानी है कि जो कभी नही होता, वही हमेशा होता आया है। कोरोना ने लोगों से वह सब कराना शुरू कर दिया जो अमूमन करने की वे सोच भी नहीं सकते थे। सुनते देखते आये थे लॉक डाउन तोड़ने वालों को पुलिस (poilice )मुर्गा बनाती है, उठक-बैठक करती है, कान पकडवाती है। बड़े बेहया हैं तो अब आरती उतारने के साथ माला पहना कर शर्मिंदा करने का प्रयास करती है।
लेकिन बिहार ( bihar )में पुलिस वाले ने एक शख्स को मगरमच्छ बनकर सड़क पर तैरने पर विवश कर दिया। बिहार के गोपालगंज ( gopalganj)शहर के आंबेडकर चौक पर लॉकडाउन के बावजूद गुरुवार को कुछ लोग ट्रक, कार और दुपहिया वाहन से सड़कों पर निकले थे। पुलिस ने ऐसे ही एक ट्रक (truck )चालक को रोका। उसे सजा के तौर पर तपती सड़क पर मगरमच्छ बनाया। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उसे मगरमच्छ की तरह तैरने की सजा दी। बाद में उसे दोबारा घर से बाहर न निकलने की हिदायत देकर छोड़ दिया गया। इसी तरह महाराष्ट्र के पुणे में बिबवेवाडी इलाके में बड़ी संख्या में मॉर्निंग वॉक ( morning walk)पर निकले लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करते पाए गए। जिसके बाद पुलिसवालों ने सजा के तौर पर उनसे बीच सड़क पर ही कसरत करवाया।
अच्छी बात ये रही कि इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया है। पुलिस इन लोगों से सूर्य नमस्कार से लेकर जंपिंग तक करवाया। मुर्गा बनाया और यह कहा कि मुर्गा बनने से अच्छी वर्जिश होती है।