विशेष संवाददाता
पटना लोग इन्हें तरह तरह के स्वांग रचने के तौर पर जानते रहे हैं। लेकिन इस बार यह स्वांग नहीं था। यह पहला मौका है, जब तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) अपने पापा लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को लेकर भावुक होते हुए रो पड़े। दरअसल, तेजप्रताप को कोरोना के खतरे का डर समा गया है। उन्हें इस बात का डर है कि उनके पापा रिम्स (रांची स्थित अस्पताल) में बिल्कुल अकेले हैं और हर तरफ कोरोना का खतरा है। ऐसे में तेजप्रताप बहुत भावुक होकर कहते हैं कि पापा आपकी बहुत याद आती है, इसलिए अब आप घर लौट आओ ..।
अपने पिता की याद में तेजप्रताप इतने भावुक हो गए कि वो रो पड़े और कहा कि इस त्रासदी में हर कोई अपने-अपने घरों में है। लॉकडाउन में पूरा परिवार एक साथ है।सबके माता-पिता और बच्चे एक साथ घर में हैं। लेकिन आप हम सभी से बहुत दूर हैं। आप कैसे रहते होंगे और क्या खाते होंगे, इसकी बहुत चिंता होती है।
तेजप्रताप कहते हैं कि कोरोना कितना खतरनाक है, इसे पूरी दुनिया ने देख लिया है। यही कारण है कि पूरे देश भर में अभी लॉकडाउन है और सभी लोग अपने-अपने घरों में हैं। लेकिन मेरे पापा हमसे दूर हैं. हमेशा कड़क रहनेवाले तेजप्रताप का यह रूप शायद ही किसी ने पहले कभी देखा हो। तेजप्रताप कहते हैं कि वो भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उनके पापा इस त्रासदी में अपने घर लौट आएं।
लालू के लाडले रहे हैं तेजप्रताप
गौरतलब है कि तेजप्रताप अपने घर में किसी से भी नहीं डरते हैं और न ही किसी की बात मानते हैं। वे अपनी मर्जी के मालिक हैं। तेजस्वी हो या फिर परिवार का कोई भी सदस्य, तेजप्रताप का ही हुकुम चलता है, लेकिन अगर उनके पापा तेजप्रताप से कुछ बोलें तो वह अपने पिता की बात कभी टालते भी नहीं हैं।खुद लालू भी कहा करते हैं- हमार प्यारा बेटा है तेजू थोड़ा जिद्दी है लेकिन दिल का सच्चा है।
गौरतलब है कि झारखंड की राजधानी रांची के रिम्स में लालू यादव का इलाज चल रहा है.। कोरोना को देखते हुए पेरोल उनकी रिहाई की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन सोमवार को झारखंड सरकार की हुई कैबिनेट मीटिंग में कोई भी फैसला नहीं हुआ। इससे लालू यादव के बाहर आने को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है ।