विशेष संवाददाता
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के पूर्व छात्र और टुकडे टुकडे गैंग के सदस्य देशद्रोही उमर खालिद ने ही फरवरी मे हुई दिल्ली हिसा की साजिश रची थी और उसका प्लान जाफराबाद को दूसरा शाहीन बाग बनाने का था। यह वही जाफराबाद है जिसके लिए भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने चेतावनी दी थी कि यहां पर सडक रोक कर धरना खत्म करें नही तो हम खुद हटा देगे। जाफराबाद को दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देगे। इसी बयान को लेकर कपिल को दंगे के लिए उकसाने का आरोप लगा था।
खालिद के खिलाफ दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। एसीपी के बयान पर क्राइम ब्रांच में इस संबंध में मामला दर्ज किया है। खालिद पर हिंसा के लिए भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। खालिद के दिए गए भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद से ही इस मामले की जांच की जा रही थी।
एफआईआर में यह कहा गया है कि दिल्ली में 23, 24 और 25 फरवरी को हुई हिंसा सुनियोजित थी। इसके लिए उमर खालिद और उसके सहयोगियों ने, जो अलग-अलग संगठनों से जुड़े हैं, मिलकर इस हिंसा की साजिश रची थी। इसके लिए उमर और उसके साथियों ने अलग-अलग जगहों पर भड़काऊ भाषण देकर लोगों से सार्वजनिक यातायात अवरुद्ध करने और सड़कों पर उतरने की की अपील की थी ताकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के दौरान इस मामले को लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान खींचा जा सके।
एफआईआर के मुताबिक, दिल्ली हिंसा के लिए इस भाषण ने खतरनाक असर दिखाया। अपने भाषण में खालिद ने इस तरह से लोगों को भड़काया था कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर गत 23 फरवरी को महिलाओं ने बच्चों सहित परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर यातायात बंद कर दिया था और पूरी तरह से जाम लगा दिया था। इसके बाद जाफराबाद सहित, मौजपुर, कर्दमपुरी, चांदबाग, गोकुलपुरी व शिव विहार व आसपास के कई इलाकों में हिंसा फैल गई थी।
जाफराबाद को दूसरा शाहीन बाग बनाने का प्लान
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले खालिद ने लोगों के एकजुट होने और सड़कों पर उतरने की जरूरत बताई थी। 17 मिनट के अपने भाषण में उसने कहा था कि देश के हर कोने में आज एक शाहीन बाग है। एफआईआर के मुताबिक खालिद के इस भाषण के बाद ही दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे लोगों ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास शाहीन बाग दोहराने का प्लान बना लिया। जांच एजेंसियां ने उमर के इस भाषण वाले वीडियो की फोरेंसिक जांच भी कराई है।
हिंसा में अबतक 53 की मौत
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए। साथ ही संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया था।