विशेष संवाददाता
पुरानी कहावत है, आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है। ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है, पुणे के साइंस एंड टेक्नोलॉजी पार्क ने एक मशीन बनायी है, जो कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में कारगर साबित हो सकती है। इस मशीन का नाम है, साइटेक ऐरोन। जिस कम्पनी ने यह मशीन बनायी है, उसे भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के निधि प्रयास कार्यक्रम के तहत समर्थन प्राप्त है।
वायरस, बैक्टीरिया, फंगस आदि को नष्ट कर देगी साइटेक ऐरोन
इंस्टीट्यूट का कहना है कि, यह मशीन वायरस, बैक्टीरिया, फंगस और एलर्जी पैदा करने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर देती है। यह दस करोड़ प्रति सेकेंड की रफ्तार से नेगिटिवली चार्ज्ड आयन का उत्सर्जन करती है, जिससे पॉजिटिवली चार्ज्ड एयरबोर्न पार्टिकल्स और एयरोसोल ड्रॉपलेट्स को ये आकर्षित कर लेते हैं। ये ड्रॉपलेट्स इनके चारों तरफ बड़ी संख्या में चिपक जाते हैं। यह वायरस या बैक्टिरिया की बाहरी सतह को नष्ट कर देती है, जो आर्गेनिज्म बनाकर बीमारी फैलाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। यह ओएच निगेटिव ग्रुप हाइड्रोआक्सिल रेडिकल्स बनाते हैं, जो हिमेग्लुटेनिन से मिलकर पानी में बदल जाता है। इस प्रक्रिया में खतरनाक वायरस, बैक्टिरिया और एलर्जी पैदा करने वाले जीवाणुओं का सफाया हो जाता है।
सिर्फ 45 हजार रुपये की लागत में बनती है मशीन, एक सप्ताह में एक हजार मशीनों का निर्माण संभव
इसका सफल टेस्ट कई अंततराष्ट्रीय स्तर की लैब में हो चुका है और यह मशीन 99.97 फीसदी जीवाणुओं को नष्ट कर देती है। इसे बनाने में सिर्फ 45 हजार रुपये की लागत आती है और एक हफ्ते के भीतर इस तरह की 1000 मशीन तैयार की जा सकती हैं। ये अस्पतालों और टेस्टिंग लैब में काफी फायदेमंद है, जहां वायरस, बैक्टीरिया का खतरा सबसे ज्यादा होता है।