विशेष संवाददाता
कोरोना वायरस का प्रभाव दुनिया पर कितना और कैसा पड़ेगा, यह तो दिखने लगा है। पर इसकी भयावहता का वॉल्यूम कितना होगा, इसका अंदाज किसी को शायद नहीं था।
दुनिया के शेयर बाजार धड़ाम होते जा रहे हैं। देश के दरवाजे एक दूसरे के लिए बंद किये जा रहे हैं। दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स डोनल्ड ट्रम्प के इसकी चपेट में आने की अफवाह उड़ी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को महामारी करार दे दिया है। ऐसे में भारत में आईपीएल के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है जहां तक इस साल के आयोजन का सवाल है।
14 मार्च को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें आयोजन को लेकर फिर से विचार किया जाएगा। स्मरणीय है बीसीसीआई के प्रमुख सौरभ गांगुली ने इसी हफ्ते कहा था कि लीग होगी। वैसे गुरुवार को बीसीसीआई ने कहा कि 15 अप्रैल तक विदेशी खिलाड़ियों के देश में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जाहिर है हालात आईपीएल के रद होने की ओर इशारा कर रहे हैं।
उधर सरकार ने भी गुरुवार को देश में कोरोनो वायरस के नए मामलों के मद्देनजर 15 अप्रैल तक राजनयिक और रोजगार जैसी कुछ श्रेणियों को छोड़कर सभी मौजूदा विदेशी वीजा पर प्रतिबंध के साथ नई एडवाइजरी जारी की है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना था कि हमें दो दिन दें। फिलहाल आपको ठोस जानकारी देना संभव नहीं है।
मैच खाली स्टेडियम में करने का होगा विकल्प
29 मार्च से आईपीएल के मुकाबले शुरू होने हैं। खाली स्टेडियमों में मैच खेला जाना एक विकल्प है, लेकिन इस पर निर्णय 14 मार्च को मुंबई में होने वाली लीग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में लिया जाएगा।
आईपीएल स्थगित करने की सुप्रीम कोर्ट मे याचिका
इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से आयोजित कराए जाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर रोक लगाने का मामला गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट ने वकील और याचिकाकर्ता मोहन बाबू अग्रवाल को नियमित पीठ में याचिका दाखिल करने को कहा है।
याचिककर्ता ने कोरोना वायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग को स्थगित करने की मांग की थी।