पटना। बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा है कि हम अगला विस चुनाव राजग के साथ मिलकर लड़ेंगे, किसी को इस बारे में गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। बिहार के लोगों ने उन्हें वर्ष 2005 में मौका दिया था, तब से वह लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग उनपर सवाल उठाते हैं, उनको वह बहुत जल्द जवाब देंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि सीएए और एनआरसी पर बनी स्टैंडिंग कमिटी में लालू प्रसाद यादव भी थे। उन्होंने कहा एनआरसी को लेकर हमने विधानसभा में प्रस्ताव लाकर साफ कर दिया कि वर्ष 2010 वाले आधार पर ही हो एनपीआर लागू होगा और बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगी। सीएम नीतीश के जन्मदिन पर पटना के गांधी मैदान में बड़ी तादात में जेडीयू कार्यकर्ताओं का जुटान हुआ।
इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि एनसीआर का मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया है, उसके फैसले का इंतजार कीजिए। समाज में इन मुद्दों पर तनाव न फैलाएं। कुछ लोग चाहते हैं कि भारत का माहौल 1947 वाला हो जाए, लेकिन ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने देना है। भारत एक है, एक था और एक ही रहेगा।
सीएम नीतीश ने तेजस्वी यादव की डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग पर जवाब देते हुए कहा कि बिहार से माइग्रेशन नहीं होता है। देश में कोई भी कहीं भी जाकर काम कर सकता है। केरल से नर्सें आकर काम करती हैं। बिहार में बाहर से लोग आकर काम कर रहे हैं। सीएम ने कहा, हम इतनी ट्रेनिंग देंगे कि लोग देश ही नहीं, बल्कि दूसरे देशों में जाकर काम करेंगे। सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव की बेरोजगारी यात्रा पर चुटकी लेते हुए कहा कि पहले क्या हाल था रोजगार का? एक अदद नौकरी के लिए बिहार की जनता तरस जाती थी, लेकिन आज कितनी नौकरियां बिहार के लोगों को मिली हैं, ये सब जानते हैं।