मुख्य नगर प्रतिनिधि

वाराणसी। श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के रविवार को भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ आने के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शनिवार देर शाम पुलिस महानिरीक्षक और एसएसपी ने सुरक्षा का जायजा लिया। इस दौरान संग्रहालय, खण्डहर परिसर, मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर की सुरक्षा को अधिकारियों ने परखा।

प्रधानमंत्री के आने वाले मुख्‍य मार्ग पर सुरक्षा का रिहर्सल भी इस दौरान किया गया।

पुलिस महानिरीक्षक बृज भूषण शर्मा, एसएसपी प्रभाकर चौधरी सहित लखनऊ के सुरक्षा अधिकारियों ने शनिवार शाम 5.30 बजे पुरातात्विक संग्रहालय परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद पुरातात्विक खण्डहर परिसर से होते हुए मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर का सुरक्षा के बाबत जायजा लिया एवं संग्रहालय से मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर तक सुरक्षा का रिहर्सल किया गया। इस दौरान सारनाथ में सड़कों के दोनों ओर लगे ठेले वालों को सुरक्षा कारणों से हटा दिया गया है। सुरक्षा के दौरान थाना प्रभारी विजय बहादुर सिंह और पुलिस बल तैनात रहे।

श्रीलंका के पीएम महिंदा राजपक्षे काशी में पहले भगवान बुद्ध के प्रथम धर्म उपदेश स्थली के दर्शन करेंगे। यह जानकारी महाबोधि सोसायटी आफ इंडिया के संयुक्त सचिव भिक्षु के मेधांकर थेरो ने दी। उन्होंने बताया कि सबसे पहले धमेख स्तूप के दर्शन पूजन करेंगे। इसके बाद वह मूलगंध कुटी विहार में बौद्ध मंदिर में भगवान बुद्ध का पूजन कर बौद्ध भिक्षुओं से आशीर्वाद लेंगे। इस दौरान वह सारनाथ संग्रहालय भी देखेंगे। सारनाथ भ्रमण के बाद बाबा विश्वनाथ मंदिर जाकर दर्शन-पूजन भी करेंगे।

श्रीलंका में चुनाव से पूर्व सारनाथ आकर महिंदा राजपक्षे की चुनावी जीत के लिए उनके समर्थकों ने विशेष अनुष्‍ठान भी किया था। उम्‍मीद जताई जा रही है कि चुनावी अभियान में विजय हासिल करने के बाद भगवान बुद्ध के आशीर्वाद के लिए वह सारनाथ आ रहे हैं। इस दौरान वह विभिन्‍न बौद्ध मंदिरों में पूजन और अनुष्‍ठान में भाग भी लेंगे। इस वर्ष वाराणसी आने वाले पहले विदेशी राष्‍ट्राध्‍यक्ष हैं। इससे पूर्व भी विश्‍व के कई दिग्‍गज राष्‍ट्राध्‍यक्ष वाराणसी का दौरा कर चुके हैं।

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