पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज नासिर जमशेद को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में 17 माह कैद की सजा सुनाई गई है। 30 वर्षीय इस खिलाड़ी को पिछले साल दिसंबर में कोर्ट ने दोषी करार दिया था। जमशेद पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) 2018 में ही 10 साल का बैन लगा चुकी है।

मैनचेस्टर की क्राउन कोर्ट ने जमशेद के अलावा युसूफ अनवर और मोहम्मद इजाज को भी क्रमश: 40 और तीस महीने की सजा सुनाई है। सभी खिलाड़ियों ने पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में खिलाड़ियो को खराब प्रदर्शन के लिए पैसे देने की बात कबूली है।

पिछले साल एक पुलिस अफसर ने सट्टेबाज बनकर इन तीनों से मैच फिक्स करने के लिए संपर्क किया था। जांच में पता लगा कि जमशेद ने 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) में दो बार स्पॉट फिक्सिंग की नाकाम कोशिश की। ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी ने पिछले साल स्पॉट फिक्सिंग की जांच के दौरान जमशेद, यूसूफ अनवर और मोहम्मद इजाज को गिरफ्तार किया था। शुरू में तो इन तीनों ने फिक्सिंग की बात से साफ इनकार किया था, लेकिन पिछले साल दिसंबर में सुनवाई के दौरान सभी ने अपना गुनाह कबूल किया।

इस फैसले के बाद जमशेद की पत्नी समारा अफजल ने कहा कि नासिर का भविष्य अच्छा हो सकता था, लेकिन उसने शॉर्टकट अपनाया सबकुछ गंवा दिया। नासिर को ब्रिटेन की नागरिकता मिल सकती थी और वह काउंटी क्रिकेट खेल सकता था, लेकिन उसने करियर, इज्जत और शोहरत के साथ सबकुछ खो दिया। सामरा ने एक बयान जारी कर कहा कि इस फैसले से खिलाड़ियों को गलत राह न अपनाने की सीख मिलेगी। जमशेद की पत्नी ने आगे कहा कि दूसरे खिलाड़ी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तरफ देखें।

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