नगर संवाददाता
वाराणसी। उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रतिबंध के बावजूद वाराणसी परिक्षेत्र में पतंग की दुकानों पर खुलेआम चाइनीज फाइबर मांझा बेचा जा रहा है। जिससे आए दिन पतंग उड़ाने वाले बच्चों सहित पशु, पक्षी उलझ कर घायल हो रहे। प्रशासन को इसकी बिक्री के प्रति सख्त रुख अपनाना चाहिए।
बावजूद इसके प्रशासन न्यायालय के आदेश का उल्लंघन कर खुलेआम बेचे जा रहे चाइनीज फाइबर मांझे की बिक्री पर रोक के लिए उदासीन बना हुआ है। जबकि जिले में साफ व ईमानदार छवि की पहचान रखने वाले पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी ने जिले के सभी थाना प्रभारियों, चौकी इंचार्जों, बीट कांस्टेबलों, फैंटम चालकों और डायल 112 पर तैनात पुलिस कर्मियों को चाइनीज मांझे की बिक्री न होने देने और बिक्री करने वाले दुकानदारों और पतंग उड़ाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
बेहद मजबूत और तेज धार युक्त चाइनीज फाइबर मांजे से पतंगबाजी करने वाले बच्चों के हाथ की उंगलियां कट कर घायल हो रही है। पेड़ों में फंसकर उलझे पड़े इस धागे में फंसने से प्रतिवर्ष सैकड़ों पक्षी अपनी जान गवा रहे हैं। प्लास्टिक का मांझा होने के कारण, यह जल्दी नष्ट नहीं रहा है। जिसके कारण पेड़ों पर साल दर साल इसके फंसने से जाल बनता जा रहा है। जिसके कारण इसमें पंख फसने से पक्षियों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है।
वही रास्ते में पतंग के साथ उड़ रहा धागा फंसने से कई राहगीर भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। बच्चों के अभिभावकों ने बताया, कि अगर सभी दुकानदार काटन का धागा बेचे, तो अच्छा होगा। काटन का धागा जल्द स्वत: ही सड़ गल कर नष्ट हो जाता है, और इससे पर्यावरण पर भी इसका बुरा असर नहीं पड़ता है। देशी मांझे में जहां सूती धागे पर मांझा चढ़ाया जाता है, तो वहीं चीनी मांझे में प्लास्टिक के धागे पर मांझा लगाया जाता है। इससे चीनी मांझा काफी खतरनाक हो जाता है। यह आसानी से टूटता नहीं और इसकी चपेट में आनेवाला गंभीर रूप से घायल हो जाता है। यह खतरनाक चीनी मांझा कई की जान भी ले चुका है।
मकर संक्रांति की धूम
सात वार में नौ त्यौहार मनाने वाली काशी में मकर संक्रांति की धूम मची हुई है। मकर संक्रांति पर्व पर बच्चे, जवान सभी पतंगें उड़ाने का आनंद लेते हैं। सुबह से लेकर शाम तक घरों की छतों और मैदानों में पतंग उड़ाने के शौकीन उमड़ते हैं और भक्काटे की आवाज गूंजती रहती है। बाजार में मोदी अमित शाह की जोड़ी नम्बर वन और प्रियंका गांधी वाड्रा के तस्वीरों वाली पतंगों की मांग अधिक है।