बुधवार की सुबह इराक स्थित अमेरिकी एयरबेस पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल से हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने वाशिंगटन मे टेलीविजन पर सीधे प्रसारण के दौरान कहा कि इस हमले में हमारे एक भी सैनिक का नुकसान नहीं हुआ है।
उन्होने इस प्रसारण में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा,” मैने सुलेमानी को मारने का आदेश दिया था। सुलेमानी आतंकियों को प्रशिक्षित करता था। वह अमेरिका पर हमले की तैयारी कर रहा था। उसको बहुत पहले मार दिया जाना चाहिए था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने गरजते हुए कहा कि अमरिकी सेना दुनिया मे सबसे शक्तिशाली है। हमारे पास दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल है। हमने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी बगदादी को मार गिराया है।
ट्रम्प ने कहा कि ईरान के हमारे दो एयरबेस पर किए हमले की हमारी चेतावनी व्यवस्था ने पहले ही हमें आगाह कर दिया था। हमने बचाव की तैयारी कर ली थी। हमारे वार्निग सिस्टम के कारण ईरानी बैलिस्टिक मिसाइलें हमारा बाल भी बाँका नहीं कर सकी।
मै जानता हूँ कि ईरान मे अमरिका की मौत ( डेथ आफ अमेरिका ) के नारे लगे। ईरान ने अपने यहां 1500 लोगों की हत्या की है, हमें यह भी याद रखना चाहिए
ट्रंप ने कहा कि रूस, जर्मनी, फ्रांस और चीन को वास्तविकता समझनी चाहिए । उनको हमारा साथ देना चाहिए । मै जब तक राष्ट्रपति हूँ तब तक ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे। नाटो देशों को खाडी में अपनी मौजूदगी बढानी होगी। उन्होने यह कहते हुए कि हम ईरान की हरकतें बर्दाश्त नहीं करेंगे, चेतावनी दे दी है कि जो कुछ भी उसने किया है वह असहनीय है।
ट्रम्प ने भले ही ईरान पर कोई सीधी कार्रवाई जैसी बात तो नहीं की मगर यह कहते हुए कि अमेरिका के पास खतरनाक मिसाइल है, परोक्ष धमकी जरूर दे दी है। देखना है कि अमेरिका का अगला कदम क्या होता है।