विशेष संवाददाता
इस समय जानलेवा कोरोनावायरस का कहर झेल रहे ईरान के होर्मुजन प्रांत के बंदरगाह बंदर-ए-चिरू में 340 भारतीय मछुआरे फंसे हुए हैं जो हवाई अड्ढों को सील कर दिये जाने की वजह से भारत वापस नहीं लौट पाए रहे। ईरानी अधिकारी लोगों को देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं
कोरोनावायरस के खौफ के चलते ईरान में हवाई सेवाएं बंद होने से 340 भारतीय मछुआरे वहां फंस गए हैं। अब गुजरात सरकार ने केंद्र सरकार से मछुआरों को वापस लाने की अपील की है। कोरोनावायरस से ईरान में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात के मंत्री रामण पाटकर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को इस संबंध में पत्र लिखा है।
पाटकर ने कहा कि मछुआरे ईरान के होर्मुजन प्रांत के बंदरगाह बंदर-ए-चिरू में फंसे हुए हैं और भारत वापस नहीं लौट सकते, क्योंकि ईरानी अधिकारियों ने हवाईअड्डों को सील कर दिया है। लोगों को देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
राज्य के वन और जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री पाटकर ने बताया कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र के कुछ मछुआरों ने इस बारे में जानकारी दी है। इन 340 लोगों में से अधिकांश गुजरात से हैं, और बाकी तमिलनाडु एवं अन्य राज्यों से हैं। फंसे हुए मछुआरों में से एक गणेश टंडेल ने फोन पर बताया कि वे लोग ईरान में ठेके पर मछली पकड़ने का काम करते हैं।