जामिया हिंसा मामले दिल्ली पुलिस ने कहा- आप विधायक की भूमिका भी जांच के घेरे मे

विशेष संवाददाता

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिलिया इस्लामिया में रविवार को प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और पुलिस के एक्शन को लेकर सोशल मीडिया पर कई अफवाहें चल रही हैं। अफवाहों में पुलिस पर गोली चलाने और बसों में आग लगाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं पुलिस की कार्रवाई में एक छात्र की मौत की अफवाह भी सोशल मीडिया पर उड़ रही थी। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने सोमवार को मामले की पूरी जानकारी देते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एम एस रंधावा ने विस्तार से सभी बातें बताईं।

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एम एस रंधावा ने सोशल मीडिया पर चल रही पुलिस द्वारा गोली चलाने, बस में आग लगाने और एक छात्र की मौत की बात को अफवाह करार दिया। उन्होंने कहा कि “बस में आग लगाने वाली बात अफवाह थी। फायरिंग वाला वीडियो भी अफवाह है। हमने मिनिमम फोर्स का इस्तेमाल किया। जामिया हिंसा में किसी की जान नहीं गई।”  रंधावा ने कहा कि “जो दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाए जा रहे हैं, उनकी हम डिटेल जांच कर रहे हैं। सभी वीडियो हमारी जांच का हिस्सा हैं”।

एम एस रंधावा ने बताया कि “जामिया हिंसा के दौरान चार डीटीसी बसें, 100 निजी वाहन और 10 पुलिस बाइक क्षतिग्रस्त हुई हैं।” उन्होंने कहा कि “लगभग 30 पुलिसकर्मियों को चोट आई, दो SHO को फ्रैक्चर हुआ, हमारा एक जवान आईसीयू में है। मारपीट और आगजनी के लिए 2 FIR दर्ज की गई हैं। क्राइम ब्रांच सभी नजरियों से मामले की जांच करेगी।” उन्होंने कहा कि “आप विधायक की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं, जिसका रोल होगा उसपर कार्रवाई होगी।”

रंधावा ने कहा कि “कल दोपहर लगभग 2 बजे विरोध प्रदर्शन हुआ, स्थानीय लोगों ने भी भाग लिया, हमारे कर्मचारियों ने उकसावे के बावजूद अधिकतम संयम दिखाया। लगभग 4:30 बजे कुछ प्रदर्शनकारी माता मंदिर मार्ग की ओर गए और एक बस में आग लगा दी।” वहीं, इस सब के साथ ही एम एस रंधावा ने अपील की कि किसी भी अफवाह पर यकीन करने से पहले उसे दिल्ली पुलिस से जरूर चेक करें। 

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