कोरोना महामारी के कहर से निबटने के लिए जहां पूरा देश lockdown का कड़ाई से पालन कर रहा है वहीं जम्मू – कश्मीर में आतंकियों ने इस स्थिति को अपना मकसद पूरा करने के लिए बेहद मुफ़ीद मानते हुए सुरक्षा बलों पर हमले करना जारी रखा है। इसी क्रम में Northern Kashmir उत्तरी कश्मीर के जिला Baramula बारामुला के Sopore सोपोर कस्बे में आतंकवादियों ने CRPF सीआरपीएफ के दल पर अचानक हमला कर दिया जिसमें तीन जवान शहीद हो गए जबकि ड्राइवर समेत दो जवान घायल हैं। इससे पहले कि सुरक्षाकर्मी संभलते और आतंकवादियों को जवाब देते, हमलावर वहां से फरार हो गए। हालांकि हमले के कुछ ही मिनटों के बाद CRPF सीआरपीएफ, Army सेना व Police पुलिस की joint team संयुक्त टीम ने घटना स्थल के आसपास के इलाकों की घेराबंदी कर search operation सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
आतंकवादियों का यह हमला सोपोर में noorabaad नूराबाद इलाके में ahad Baba crossing अहद बाबा क्रासिंग के पास हुआ। सीआरपीएफ और पुलिस का संयुक्त दल क्रासिंग पर ड्यूटी पर तैनात था।
आतंकवादियों ने घात लगाकर इन सुरक्षाबलों पर अचानक हमला बोल दिया। आतंकवादी गोलियां बरसाते हुए आए और पल भर में वहां से गायब भी हो गए। आतंकवादियों ने सुरक्षाकर्मियों को संभलने तक का मौका नहीं दिया। हमले में घायल पांचों सीआरपीएफ जवानों को तुरंत उपजिला अस्पताल सोपोर पहुंचाया गया। डॉक्टरों के अनुसार दो जवानों ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था जबकि तीसरा जवान इलाज के दौरान शहीद हो गया। दो अन्य घायल जवानों, जिनमें एक सीआरपीएफ का driver ड्राइवर भी शामिल है, का इलाज चल रहा है।
शहीद जवानों की पहचान head constable Rajiva Sharma हेड कांस्टेबल राजीव शर्मा, constable Kharde कांस्टेबल खरड़े, constable Satpal कांस्टेबल सतपाल के रूप में हुई है। जबकि घायलों में हेड कांस्टेबल MAC Ghosh एमसी घोष व ड्राइवर कांस्टेबल Javed जावेद शामिल हैं।
DGP Dilbag Singh डीजीपी पुलिस दिलबाग सिंह ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि ये सुरक्षाकर्मी रोजाना की तरह सोपोर कस्बे की मुख्य सड़क पर अपने वाहन के साथ ड्यूटी पर तैनात थे। आतंकवादियों को शायद इस बारे में पता था और उन्होंने पूरी योजना के साथ इस हमले को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के SOG एसओजी जवानों ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है।
पुलवामा में भी CRPF कैंप पर हमला, जवान घायल
South Kashmir दक्षिण कश्मीर में Pulwama पुलवामा के नेवा इलाके में शुक्रवार को CRPF की 183वीं वाहिनी और राज्य पुलिस के संयुक्त शिविर पर आतंकी हमले में एक सीआरपीएफ जवान जख्मी हो गया। हमले के बाद भाग निकले आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने intensive search campaign सघन तलाशी अभियान चलाया है। बताया जाता है कि शाम को सूर्यास्त के बाद आतंकियों ने इस शिविर पर हमला करते हुए एक निकटवर्ती बाग से फायरिंग की।
फायरिंग में शिविर के बाहर खड़े जवानों में शामिल constable Indra Kumar कांस्टेबल इंद्र कुमार निवासी राजस्थान गोली लगने से जख्मी हो गए। अन्य जवानों ने तुरंत जवाबी फायर किया जिसके बाद आतंकी वहां से भाग निकले। घायल जवान को अस्पताल पहुंचाने का बंदोबस्त करते हुए सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। अस्पताल में घायल जवान का उपचार कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि उसके पैर में गोली लगी है। जवान की हालत स्थिर व खतरे से बाहर है।
किश्तवाड़ और शोपियां में 4 हिजबुल आतंकी ढेर
इस बीच जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों का आतंकरोधी अभियान जारी है। सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को जम्मू संभाग के Kishtwar किश्तवाड़ जिले और दक्षिण कश्मीर के Shopian शोपियां में दो मुठभेड़ों में हिजबुल के चार आतंकियों को मार गिराया। दोनों ही मुठभेड़ में खास बात यह रही कि corona virus कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आतंकियों के शवों और उनके हथियारों को कब्जे में लेते समय पूरी एहतियात बरती गई। सेना ने आतंकरोधी अभियानों में जुटे जवानों के लिए standard operating procedure स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी कर रखा है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के media centre मीडिया सेंटर ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने किश्तवाड़ में हिजबुल के दो आतंकियों को मारकर अपने एक special police pfficer स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) की शहादत का बदला ले लिया है। शुक्रवार तड़के पुलिस को पता चला कि दो से तीन आतंकी शोपियां के दायरू, कीगाम इलाके में अपने किसी संपर्क सूत्र के पास आए हैं। इसपर पुलिस के विशेष अभियान दल एसओजी ने सेना के साथ गांव की घेराबंदी कर ली। सुबह करीब साढ़े छह बजे जवान आगे बढ़ रहे थे तो एक मकान में छिपे आतंकियों ने उन पर गोलियों की बौछार कर दी।
एक आतंकी ने सुरक्षाबलों पर पहले ग्रेनेड दागा और अंधाधुंध गोलियां चलाते हुए मकान की खिड़की से कूदकर भागने लगा। जवानों ने तुरंत उस पर फायर किया तो वह वापस मकान में घुस गया। इस दौरान लगी गोली से वह मकान के अंदर ढेर हो गया। उसका दूसरा साथी भी कुछ ही देर में मारा गया।