‘2020 बस जीवित रहने का वर्ष है’, सोशल मीडिया पर ये संदेश रतन टाटा के नाम से वायरल हो रहा है, जिसे रतन टाटा ने फर्जी कहा है। उनका कहना है कि ऐसी कोई बात उन्होंने नहीं कही है।

दरअसल कोरोना वायरस (coronavirus) महामारी के दौर में सोशल मीडिया पर Fake news फेक न्यूज़ का संक्रमण भी काफी तेजी से होता है. इन्हीं फेक न्यूज़ से Tata trust टाटा ट्रस्‍ट के चेयरमैन रतन टाटा एक बार फिर परेशान हो गए। ताजा मामला एक वायरल संदेश का है, जिसपर रतन टाटा ने सफाई दी है। रतन टाटा ने कहा है कि उनके नाम से वायरल हो रही खबर गलत है और उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है।

दरअसल एक संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें कहा गया था कि- ‘व्यापार की दुनिया के मेरे प्रिय दोस्त, 2020 बस जीवित रहने का वर्ष है। इस साल आप लाभ और हानि के बारे में चिंता न करें। सपने और योजनाओं के बारे में भी बात न करें। इस वर्ष अपने आप को जीवित रखना सबसे महत्वपूर्ण है। जीवित रहना एक लाभ बनाने जैसा ही है। “

ये संदेश अखबार में छपी खबर के रूप में वायरल हो रहा है, जिससे रतन टाटा काफी आहत हैं। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि ‘मझे डर है क्योंकि ये भी मैंने नहीं कहा है। मेरी कोशिश रहेगी कि जब तक हो सकेगा मैं फर्जी खबरों को सामने लाउंगा। लेकिन आपसे भी चाहता हूं कि आप हमेशा समाचार के स्रोत को सत्यापित करें। एक संदेश के साथ मेरी तस्वीर इस बार की गारंटी नहीं है कि ऐसा मैंने कहा है। ये एक समस्या है जिसका सामना कई लोग करते हैं।’

I’m afraid this too, has not been said by me. I will endeavour to call out fake news whenever I can, but would encourage you to always verify news sources. My picture alongside a quote does not guarantee me having said it, a problem that many people face. pic.twitter.com/pk0S75FxPA

— Ratan N. Tata (@RNTata2000) May 3, 2020

उन्‍होंने लोगों से अपील भी की कि लोग व्हाट्सएप और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाले संदेशों को सत्यापित करें। उन्होंने ये भी कहा कि अगर उन्हें ऐसा कुछ भी कहना है तो वो उसे अपने आधिकारिक माध्यम से कहेंगे।

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