दिनेश कुमार
समाचार संपादक

पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले के बाद कट्टरपंथियों ने वहां से सिखों को भगाने की धमकी दी है। कट्टरपंथियों ने ननकाना साहब का नाम बदल कर ग़ुलाम-ए-मुस्तफ़ा रखने और गुरुद्वारे को तोड़कर मस्जिद बनाने का इरादा भी ज़ाहिर किया है।

भारत के विदेश मंत्रालय ने ननकाना साहब पर हमले का कड़ा विरोध करते हुए पाक से इस मामले में सख़्त कार्रवाई करने की मांग की है। दिल्ली में पाक उच्चायोग के सामने आज ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन के साथ ही नंनकाना साहब पर हमले का देश भर मे विरोध शुरू हो गया है।

दरअसल अगस्त २०१९ में ननकाना साहब में ग्रंथी की बेटी को अगवा कर उसे मुस्लिम बना दिया गया। ग्रंथी परिवार ने बेटी को वापस करने की मांग की तो पूरे परिवार को मुस्लिम बना देने की धमकियां मिलने लगीं और प्रतिक्रिया स्वरूप ३ जनवरी २०२० को कट्टरपंथियों ने ननकाना साहब गुरुद्वारे पर हमला कर घंटों पत्थरबाज़ी और तोड़फोड़ की। हमले के वक़्त छह सौ लोग गुरुद्वारे में शरण लिए हुए थे। गुरुद्वारे के सामने आज भी नारेबाज़ी हो रही है और दो सौ से ज़्यादा लोग अब भी गुरुद्वारे में फंसे हुए हैं।

पाक विदेश मंत्रालय ने इस घटना को झूठ क़रार देते हुए इसे दो मुस्लिम गुटों का आपसी झगड़ा बताया है। इमरान ख़ान का कहना है कि सिख झूठ बोल रहे हैं।

भारत के विदेश मंत्रालय ने हालांकि पाक से विरोध जताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग ज़रूर की है लेकिन क्या यह काफ़ी है ?

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