राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक 18 वर्षीय लड़की ने बाड़मेर पुलिस के सामने गुहार लगाई है कि उसके पिता और रिश्तेदार उसे बेचना चाहते हैं। पुलिस को दिए गए अपने ज्ञापन में पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने उसकी मां को आग लगाकर कई सालों पहले मार डाला था। पीड़िता ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और उन्हें अपनी शिकायत दी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने संज्ञान लेते हुए शनिवार को आईपीसी की धारा 341, 342 और 323 के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को बाड़मेर में बट्टू थाना क्षेत्र के अंतर्गत ढाक गांव की रहने वाले 18 वर्षीय पीड़िता ने बाड़मेर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह को एक शिकायत दी। अपनी शिकायत में उसने आरोप लगाया कि उसके पिता और उसकी दादी सहित अन्य रिश्तेदार उसे बेचने की कोशिश कर रहे हैं। उसने कहा कि जब यह उसे पता चला तो उसने इसका विरोध किया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया। लड़की का आरोप है कि पिछले कुछ समय से आरोपियों ने उसे घर में बंद रखा है।
पीड़िता ने दावा किया कि कुछ दिन पहले कुछ लोग उसे लेने के लिए उसके घर आए थे, लेकिन वह किसी तरह बच निकलने में सफल रही और बट्टू ब्लॉक के चितर का पार गांव में अपने मायके पहुंच गई। लड़की ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को आरोपी ने उसके मायके वालों के खिलाफ पुलिस के पास अपहरण का मामला दर्ज करा दिया। उसने बताया कि उसके मायके वालों ने उसका अपहरण नहीं किया है और वह अपनी मर्जी से वहां रह रही है। उसने आगे आरोप लगाया कि यदि वह अपने पिता के घर गई, तो वे उसे बेच देंगे।
लड़की ने आरोप लगाया कि सालों पहले उसके पिता ने उसकी मां को आग लगाकर मार डाला था। बाड़मेर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह ने रिपोर्ट की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने केस और जांच के पंजीकरण के लिए पुलिस को निर्देशित किया है। पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी हुकमा राम ने कहा कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर उन्होंने आईपीसी की धारा 341, 342 और 323 के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है।