यहां होगी होम डिलीवरी, मीडिया भी प्रतिबंधित
यूपी में प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को भाँपकर प्रदेश के 15 जिलों के उन इलाकों को सील करने का फैसला किया है जहां
कोरोना (corona )का संक्रमण उग्र रूप ले सकता है। ये कार्रवाई रात 12 बजे लागू होगी। सूबे में कुल 104 हॉट स्पॉट ( hot spot) तय किये गए हैं।
प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 343 हो चुकी है। जिनमें बुलंदशहर में तीन, आगरा-वाराणसी-मेरठ में दो-दो, बागपत में एक, सहारनपुर में एक संक्रमित मिला है।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि 100 प्रतिशत लॉकडाउन ( lock down) उन्हीं जगहों पर किया जाएगा जो हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित हुए हैं। बाकी जगहों पर उसी तरह का लॉकडउन रहेगा जैसा पहले से है। लोग किसी तरह के पैनिक ( panic) में न आएं। अफवाहों पर ध्यान न दें।
104 हाट स्पाट के तहत आगरा में 22, गाजियाबाद में 13, लखनऊ, कानपुर और नोएडा में 12, वाराणसी, महाराजगंज और सहारनपुर में 4-4 बस्ती, बुलंदशहर, फिरोजाबाद और शामली में 3-3 सीतापुर, बरेली में 1-1 और मेरठ में 7 हॉट स्पॉट चिह्नित किए गए हैं जो 14 अप्रैल तक सील रहेंगे
उन्होंने आगे बताया कि इन इलाकों में बैंक भी बंद रहेंगे। यहां तक कि मीडिया ( media )भी प्रतिबंधित रहेगा। अवस्थी ने साफ तौर कहा कि पूरे जिले को सील नहीं किया जा रहा है।
इसके साथ ही मास्क पहनना और चेहरा पूरी तरह से ढकना अनिवार्य कर दिया गया है। जो लोग मास्क नहीं पहनेंगे और चेहरा नहीं ढकेगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने यह साफ कर दिया है कि उन जगहों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी जहां पर ऐसे मरीज मिले हैं। उन्होंने आगरा का उदाहरण दिया और बताया कि जिन जगहों को पूरी तरह से सील (seal )किया गया है वहां ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफे को रोकने में कामयाबी हासिल हुई है।
सील किए गए इलाकों मे किसी भी तरह के काम के लिए लोगों को बाहर निकलने की मनाही होगी. बेहद जरूरी चीजों की आपूर्ति के लिए भी सिर्फ होम डिलीवरी होगी. ऑनलाइन ऑर्डर दे सकते हैं. सरकार एक सेंट्रलाइज्ड कॉल सेंटर बनाएगी, जहां पर भी जरूरी चीजों की आपूर्ति के लिए लोग ऑर्डर दे सकेंगे.
इन सभी पंद्रह जिलों में दिए गए लॉकडाउन पास की फिर से समीक्षा होगी और जिनके लिये बेहद जरूरी होगा उन्हीं को पास दिए जाएंगे. सब्जी मंडियां, फल मंडियां और भीड़भाड़ वाली किसी भी गतिविधि पर पूरे जिले में प्रतिबंध होगा. सील इलाके के बाहर आने-जाने पर रोक के दौरान दोषी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। प्रभावित इलाके को सील करके हर घर का सैनिटाइजेशन किया जाएगा।
किसी जिले में कितने केस
उत्तर प्रदेश में कोरोना के 328 मामले सामने आए हैं, जिसमें 281 एक्टिव केस है. तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 21 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं. गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के 61, आगरा में 49, मेरठ में 25, गाजियाबाद में 23, लखनऊ में 21, कानपुर में 16, शामली में 14, सहारनपुर में 12 केस सामने आ चुके हैं।
इसके अलावा सीतापुर में 8, वाराणसी में 7, महाराजगंज में 6, बरेली में 6, लखीमपुर खीरी में 5, गाजीपुर में 5, बस्ती में 5 केस सामने आ चुके हैं।