नई दिल्ली। कुन्नूर हेलीकाप्टर हादसे में सवार सीडीएस जनरल विपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित सवार 14 लोगों में 13 की मौत की पुष्टि हो जाने के बाद देश सकते में है। जनरल रावत और उनकी पत्नी भी मृतकों में शामिल।

सभी 13 शव इस कदर झुलस चुके हैं कि इनकी पहचान डीएनए टेस्ट के माध्यम से की जाएगी।

सेना के एक कार्यक्रम मे लेक्चर देने के बाद जनरल रावत लौट रहे थे कि उनका अति सुरक्षित समझा जाने वाला आधुनिकतम तकनीक से लैस हैलीकाप्टर जिसकी सवारी देश की अति विशिष्ट हस्तियां करती हैं, घने जंगल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। गिरते ही उसमें आग लग गयी।

शुरुआत में स्थानीय लोगों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकाप्टर के मलबे से तीन बुरी तरह जले लोगों को रेस्क्यू किया । चार शव बरामद किए गए जो इस कदर जल चुके थे कि उनकी शिनाख्त नही हो सकती थी। बाद में खबर मिली की 14 में 11की मौत हो चुकी है। तीन घायलों में दो ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस तरह अंतिम समाचार मिलने तक 13 की मौत हो चुकी थी। ।

सरकार इस हादसे पर गुरूवार को संसद में बयान देगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनरल रावत के कामराज मार्ग स्थित निवास स्थान पर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की।
आज शाम साढ़े छह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यहां सीसीएस की बैठक होने जा रही है।

जनरल रावत को लेकर तमाम शंकाएं उठ रही हैं। लेकिन सरकार के बयान का इंतजार करना सोगा।

सेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच के बाद की इस हादसे के कारणों का पता चल सकेगा। लेकिन यह समझ से परे है कि रूस निर्मित दो इंजनों वाला यह हेलीकाप्टर, जो किसी भी मौसम में उतरने मे सक्षम था, आखिर कैसे हादसे का शिकार हो गया। राकेट तक ले जाने में सक्षम इस हेलीकाप्टर का दुर्घटनाग्रस्त हो जाना तमाम तरह के सवाल खडे कर रहा है।

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