अमृत तिवारी
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में स्थित एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को जिलाधिकारी का स्वागत करना महंगा पड़ गया। हालांकि, स्कूल पहुंचे जिलाधिकारी के स्वागत के लिए प्रिंसिपल महोदय ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी। बस एक गलती कर दी कि स्वागत के लिए फूलों की माला ‘प्लास्टिक बैग’ (Polythene Packet) में मंगवा लिया था। जैसे ही फूलों की माला प्लास्टिक बैग से निकाली गई, जिलाधिकारी भड़क गए और उन्होंने प्रिंसिपल पर 1000 रुपये का जुर्माना ठोक दिया।
भिंड के जिलाधिकारी छोटे सिंह 18 अक्टूबर को गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी एक्सिलेंस स्कूल नंबर-1 में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे थे। यहां पर बायोडायवर्सिटी के ऊपर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस मौके पर जिला के प्रमुख शिक्षा अधिकारी, वन अधिकारी और एडीएम भी मौजूद थे। जैसे ही प्रिंसिपल और अन्य लोग पॉलिथीन के बैग में फूल लेकर अतिथियों का स्वागत करने पहुंचे, जिलाधिकारी छोटे सिंह ने प्रिंसिपल पर प्लास्टिक बैन का उल्लंघन करने के आरोप में जुर्माना ठोक दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया कि रिपोर्ट के मुताबिक जिलाधिकारी सिंह ने बताया,”जिस बैग में माला लाई गई थी वह सिंगल-यूज पॉलिथीन की पॉकेट थी और प्लास्टिक की गिलास में ही पानी भी दिया जा रहा था। दुर्भाग्य की बात ये थी कि यह काम वहां किया जा रहा था, जहां लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था और सैकड़ों की संख्या में वहां छात्र मौजूद थे।”
जिलाधिकारी ने बताया कि ऐसी चीजों के इस्तेमाल से गलत संदेश जाता है। मैंने स्टेज से ही जुर्माने की घोषणा की। इसका मकसद किसी को लज्जित करना नहीं बल्कि विद्यार्थियों के बीच एक बेहतर संदेश देना था।