भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पाकिस्तान के संदर्भ में असम के हिंदुओं को लेकर नया बयान दिया है। राम माधव ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने असम को पाकिस्तान से बचाया था। हम अब असम के हिंदुओं की रक्षा करेंगे। भाजपा नेता ने एनआरसी में त्रुटियों के लिए पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराया।

राम माधव ने ने कहा कि पिछली सरकारों की अक्षमता के कारण साल 1951 में एनआरसी असम को छोड़कर पूरे देश में किया गया था। कांग्रेस सरकार ने साल 1950 में सफलता पूर्वक असम समझौता पारित कर दिया लेकिन एनआरसी को नजरअंदाज कर दिया। इससे प्रक्रिया में 70 साल की देरी हो गई।

उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि हम कई देर से चल रही परियोजनाओं से निपट रहे हैं। ऐसे में इनमें त्रुटि होना स्वाभाविक है। माधव ने कहा कि मैं असम के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम समस्याओं को दूर कर देंगे। हमारी सरकार वास्तविक भारतीयों की सुरक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें वह हिंदू भी शामिल हैं जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आए हैं।

भाजपा महासचिव सिलचर में पार्टी के पूर्व विधायक दिवंगत बिमोलांगशु रॉय की जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम का आयोजन बीमोलांगशु रॉय फाउंडेशन की तरफ से सिलचर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रांगण में किया गया था। भाजपा महासचिव ने अपने संबोधन में श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने असम को पाकिस्तान से बचाने में भूमिका निभाई थी।

राम माधव ने कहा कि हम श्यामाप्रसाद मुखर्जी के अनुयायी हैं, बंगालियों को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराना बंगाल के हमारे महान नेता के प्रति श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने वास्तव में असम को पाकिस्तान से बचाया था। असम ग्रुप सी राज्य था और विभाजन के दौरान इसे पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा माना जा रहा था। लेकिन डॉ. मुखर्जी और गोपीनाथ बारदोलोई ने इसे बचाया। उन्होंने आगे कहा कि जिन्ना ने भारत का विभाजन किया और डॉ. मुखर्जी ने असम को बचाकर पाकिस्तान का विभाजन किया।

साभार : ईएनएस

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