प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी साल मंगलवार को रिपब्लिक समिट को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम ने हाल ही में जम्मू कश्मीर में निरस्त किए गए अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को लेकर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण देश को बहुत नुकसान हुआ और इसके प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद लोग अब बदलाव देख रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे संविधान में पहले दिन से अनुच्छेद को अस्थायी करार दिया था। लेकिन कुछ लोगों ने केवल राजनीतिक लाभ के लिए इसे अधिवेशन के रूप में माना था और इसे लंबे समय तक अनदेखा किया था। इससे अलगाववादियों और उनके हितों की मदद की।
पीएम मोदी ने कहा अनुच्छेद 370 और 35ए की वजह से भारत ने जो भोगा है, वो भी आप जानते हैं और कैसे इस चुनौती का समाधान किया गया है, ये भी आपने देखा है। 370 को हमारे संविधान में अस्थाई कहा गया, लेकिन कुछ परिवार की वजह से इसे स्थाई मान लिया गया था। ऐसा करके उन्होंने संविधान की भावना का अपमान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा हमारी सरकार ने आर्टिकल 370 और आर्टिकल 35 ए को हटाकर, देश के संविधान की सर्वोपरिता को पुनर्स्थापित किया है। अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विकास के नए मार्ग खुलने की शुरुआत हुई है।
पांच अगस्त को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को प्रदत्त विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने का फैसला किया था। इसके साथ ही 31 अक्टूबर को दो केंद्र शासित क्षेत्रों के गठन का निर्णय भी लिया गया था। जम्मू कश्मीर और लद्दाख दो नए केन्द्र शासित क्षेत्र के रूप में 31 अक्टूबर को अस्तित्व में आए हैं।