विशेष संवाददाता अनिता चौधरी
अमेरिका में रह रहे हर भारतीय मोदी सरकार के कार्यकाल में विश्वपटल पर भारत के बढ़ते कद को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी का मुरीद है। अमेरिका स्थित “इंडियन बिजनेस एसोसिएशन” जो कि अमेरिका की वो भारतीय बिजनेस सोसायटी है जो अमेरिका की आर्थिक नीतियों में अहम भूमिका निभाती है। इसी संस्था के प्रेसिडेंट धीरेन अमीन, चेयरमैन चंद्रकांत भाई पटेल, संयुक्त सचिव शरद अग्रवाल , वाईस चेयरमैन मनहर भाई और महेश भाई ने तो हमसे बात-चीत करते हुए यहां तक कह डाला कि जल्दी ही भारत विश्व का एक नया स्तंभ बनेगा और मोदी न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया के दिल पर राज करेंगे।
इन भारतीयों का मानना है कि अगर पाकिस्तान को धूल चटानी है तो भारत को मोदी जैसा ही नेता चाहिए। अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति ट्रम्प को अगर कोई कंट्रोल कर सकता है तो वो मोदी ही है। इंडियन बिजनेस असोसिएशन के चेयरमैन चंद्रकांत भाई पटेल का कहना है कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने प्रेजिडेंट ट्रम्प को न जाने कौन सी घूटी पिलायी है कि आज राष्ट्रपति ट्रम्प भारत के समर्थन में वो बातें बोल रहें है जिसकी पूरी दुनिया ने कल्पना भी नहीं कि थी । उनके साथ चल रहे हैं , मंच साझा कर रहे हैं और इस्लामिक टेरर की बात खुले मंच से कर रहे हैं। चंद्रकांत भाई पटेल आगे कहते हैं कि ये सही है कि प्रेसिडेंट ट्रम्प को भारतीय मूल के लीगों के वोट की जरूरत है मगर उन्हें मुसलमानों की भी उतनी ही जरूरत है लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति सभी चीजों को दरकिनार कर सिर्फ भारत का पक्ष ले रहे है और मोदी का गुणगान कर रहे हैं।
हालांकि अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने थोड़ी चिंता जताई। मगर इसी संस्था के प्रेसिडेंट धीरेन अमीन का मानना है कि अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी समस्या भी जल्दी ही ठीक हो जाएगी। बाजार खुल रहा है और अभी कल ही अमेरिकन कंपनी L&T ने भारत के अपने विंग के लिए 11 सौ नौकरियां लाने की बात कही है। शरद अग्रवाल, जो इस संस्था के जॉइंट सेक्रेटरी हैं, उनका भी यही मानना है कि भारत की अर्थव्यवस्था अभी भी बुरी नहीं है और आगे और अच्छी होगी। खुद यहां रह रहे भारतीय भी अपने देश में निवेश कर अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करना चाहते हैं। मगर इन सबकी की एक ही शिकायत है कि जब भी वो भारत में कोई बिजनेस लाना चाहते हैं पैरों में ज़ंज़ीर की तरह जकड़ती आर्थिक नीतियां और ब्यूरोक्रेसी और भृष्ट लालफीताशाही से उन्हें जूझना पड़ता है। वो अपने ही देश में ठगा सा महसूस करते हैं जिसकी वजह से उतना नहीं कर पा रहे जितना वे करना चाहते हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी से गुज़ारिश करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई है कि क्योंकि अब प्रेसिडेंट ट्रम्प ने भी ये साफ कर दिया है कि जल्दी ही भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड रिलेशन मज़बूती के साथ आगे बढ़ेगे इसलिए वो इन रुकावटों पर ध्यान दें , इन पर कंट्रोल करें और एक नई लिबरल नीति के साथ बाजार ओपन करें।