मुख्य सलाहकार लागत, व्यय विभाग, वित्त मंत्रालय ने आज भारतीय लागत लेखा सेवा (आईसीओएएस) दिवस मनाया।

इस अवसर पर हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता वित्त सचिव और सचिव (व्यय) डॉ. टी. वी. सोमनाथन ने की। दीपम सचिव श्री तुहीन कांत पांडे ने “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और वित्त पेशेवरों की भूमिका- चुनौतियां और अवसर” विषय पर हुए तकनीक सत्र की अध्यक्षता की। इस अवसर पर विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया और इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी उपस्थित रहे।

अपने मुख्य संबोधन में, वित्त सचिव और सचिव (व्यय) ने पीआईबी/ ईएफसी/एसएफसी आदि के द्वारा मूल्यांकित/अनुमोदित विभिन्न वित्तीय प्रस्तावों के मूल्यांकन के दौरान आईसीओएएस अधिकारियों द्वारा दी गई सलाह की सराहना की। उन्होंने सीएसी कार्यालय द्वारा प्रस्तुत विभिन्न अध्ययन रिपोर्टों के निष्कर्षों की भी सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप सरकार को काफी बचत हुई। उन्होंने सेवा दिवस पर अधिकारियों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि अधिकारी दक्षता और लागत में कमी लाने में सरकार का समर्थन करना जारी रखेंगे।

इस अवसर पर दीपम सचिव ने कहा कि मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में, स्वचालन और तकनीकी परिवर्तन विशेष रूप से ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ के चलते सरकार द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रिया और कार्यपद्धतियां बदल जाएंगी। उन्होंने आईसीओएएस अधिकारियों से यह भी कहा कि देश की व्यापक विविधता को देखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मूलभूत मॉडल उनके कामकाज के लिए सबसे उपयुक्त है।

इससे पहले इस अवसर पर सेवा प्रमुख श्री आशु माथुर ने भारतीय लागत लेखा सेवा की ओर से गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। पिछले कुछ वर्षों में विभाग का ध्यान सेवाओं को बढ़ाने और कुशल सेवा वितरण के लिए प्रौद्योगिकी के दोहन पर रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए, उन्होंने सेवा अधिकारियों की कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियों के बारे में भी बताया।

इसके बाद, प्रेसिडेंट, आईसीएआई और प्रेसिडेंट, आईसीएमएआई ने भी राष्ट्र के निर्माण में आईसीओएएस अधिकारियों के महत्व और योगदान पर अपने विचार साझा किए।

अपर मुख्य सलाहकार लागत श्री पवन कुमार द्वारा प्रस्तावित धन्यवाद प्रस्ताव के साथ समारोह का समापन हुआ। उन्होंने वित्त सचिव और सचिव (व्यय), सचिव दीपम और अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों को इस अवसर पर शोभा बढ़ाने और अपने विचारों से प्रेरणा देने के लिए धन्यवाद दिया।