पुलिस स्मृति दिवस आज मनाया जा रहा है। यह दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात केरिपुबल के एक छोटे से गश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया था। इस लड़ाई में 10 केरिपुबल के रण बांकुरो ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। 

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हम अपने पुलिस बलों, उनके परिवारों को सलाम करते हैं और गर्व के साथ उन बहादुर पुलिस कर्मियों को याद करते हैं जो शहीद हो गए थे।

वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब पुलिस का काम हम एक सामन्य दृष्टि से देखते हैं तो हर सरकारी कर्मी की तरह ही वो दिखाई पड़ता है। जब दृष्टिकोण बदल कर उसे देखते हैं तो हमें मालूम पड़ता है कि देश आज प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहा है, इसका मूल कारण चुपचाप अपने कर्तव्य का निर्वहन करने वाले पुलिस हैं। 

पुलिस लाइन लखनऊ में रैतिक परेड की सलामी लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार पुलिस के जवानों के कल्याण के लिए काम कर रही है। पुलिस का काम आम लोगों को सुरक्षा देना और अपराधियों में भय पैदा करना है।

वाराणसी: पुलिस शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि

पुलिस लाईन वाराणसी में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीद पुलिसकर्मियों की याद में श्रृद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। पुलिस स्मृति दिवस पर जवानों द्वारा शहीदों की याद में सलामी दी गई।

वाराणसी पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में शहीदो की एडीजी जोन वाराणसी बृजभूषण, आईजी रेंज विजय मीणा, एसएसपी आंनद कुलकर्णी सहित पुलिस अधिकारियों ने शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी।

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