लोकसभा में कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाथूराम गोडसे से जुड़े एक विवादित बयान पर सरकार से जवाब मांगते हुए भारी हंगामा किया । राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि नाथूराम गोडसे को देशभक्त मानने की सोच की पार्टी पूरी तरह निंदा करती है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, एआईएमआईएम सहित विपक्षी दलों ने सदन से वाकआउट किया। प्रश्नकाल शुरू होने पर कांग्रेस एवं विपक्षी दलों ने सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा नाथूराम गोडसे के बारे में बुधवार को दिये विवादास्पद बयान की निंदा की और सरकार से जवाब मांगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘ नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने की बात तो दूर हम उन्हें देशभक्त मानने की सोच की ही निंदा करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ महात्मा गांधी हम लोगों के आदर्श हैं। वे पहले भी हमारे मार्गदर्शक थे और भविष्य में भी मार्गदर्शक रहेंगे।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ उनकी विचारधारा उस समय भी प्रासंगिक थी, आज भी है और आगे भी रहेगी।’’ सदन में कांग्रेस के नेता अधीररंजन चौधरी ने कहा कि सदन में कांग्रेस को आतंकी पार्टी बताया गया। जिस पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने देश के लिये बलिदान दिया, उसके बारे में इस प्रकार की टिप्पणी निंदनीय है। यह भाजपा की विचारधारा के कारण हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘आप महात्मा गांधी का उपयोग सियासत के लिये करते है, गांधी की विरासत को हमने छीनना का प्रयास कर रहे हैं लेकिन उनको लेकर इस तरह की टिप्पणी की जाती है। पूरी दुनिया इसकी निंदा करती है। हम सरकार से स्पष्टीकरण मांगते हैं । ’’ तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय और एआईएमआईएम के असादुद्दीन औवैसी ने भी अपनी बात रखने का प्रयास किया।

लोकसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति देने से मना करते हुए कहा कि उस बयान को तभी रिकार्ड से बाहर कर दिया गया था और जो बात रिकार्ड में नहीं है, उस पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती। इसके बाद कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, एआईएमआईएम सहित विपक्षी दलों ने सदन से वाकआउट किया। हालांकि बीजद, तेदेपा, टीआरएस, बसपा सदस्य सदन में मौजूद थे।

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